---विज्ञापन---

सामान्य एलर्जी भी बढ़ा सकती है Skin Cancer का खतरा! जानें कब सावधान रहने की जरूरत

Skin Cancer Risks: स्किन कैंसर बहुत ही खतरनाक कैंसर है जो समय रहते पहचान लिया जाए तो इलाज हो सकता है। इसके अलावा कुछ स्किन एलर्जी ऐसी होती है, जो कैंसर का कारण बन सकती हैं। आइए जान लेते हैं कितनी तरह की एलर्जी कैंसर कर सकती है। 

Edited By : Deepti Sharma | Updated: Jul 1, 2024 17:37
Share :
skin allergy
त्वचा एलर्जी से त्वचा कैंसर हो सकता है Image Credit: Freepik

Skin Cancer Risks: स्किन एलर्जी की समस्या काफी नॉर्मल है। गर्मियों में तो इसका खतरा और भी ज्यादा बढ़ जाता है। स्किन पर होने वाली एलर्जी किसी भी चीज से रिलेटेड हो सकती है, जैसे- धूल, धूप, प्रदूषण, गहने या फिर कास्मेटिक प्रोडक्ट से हो सकता है। आसान भाषा में कहें तो स्किन एलर्जी तब होती है जब हमारी इम्यूनिटी किसी बाहरी चीज के खिलाफ रिएक्ट करती है। ऐसे में ज्वेलरी में मिलने वाली निकेल से लेकर कॉस्मेटिक तक, ये सामान्य त्वचा एलर्जी का कारण हो सकता है और ये त्वचा कैंसर के जोखिम को भी बढ़ा सकती हैं। यह समय के साथ त्वचा कैंसर के जोखिम को और बढ़ा सकते हैं। सामान्य त्वचा एलर्जी कैसे त्वचा कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकते है, आइए जानें..

निकल

निकल आभूषणों, सिक्कों और घरेलू वस्तुओं में पाया जाने वाला एक एलर्जेन है। निकेल के बार-बार संपर्क में आने से एलर्जिक कांटेक्ट डर्मेटाइटिस हो सकता है, जिससे सूजन होती है। यह लगातार होने वाली सूजन स्किन सेल्स और डीएनए को नुकसान पहुंचा सकती है, जिससे त्वचा कैंसर होने का जोखिम बढ़ सकता है।

---विज्ञापन---

स्मेल

परफ्यूम, लोशन और साबुन में मौजूद स्मेल कई लोगों में एलर्जी होने का कारण मानी जाती है। इन एलर्जी के लगातार संपर्क में रहने से डर्मेटाइटिस और त्वचा में जलन हो सकती है।

पेट्रोन

पैराबेन और फॉर्मल्डेहाइड-रिलीजिंग एजेंट कॉस्मेटिक और त्वचा देखभाल प्रोडक्ट में आम हैं। वे एलर्जी और त्वचा में लगातार सूजन पैदा कर सकते हैं, जिससे त्वचा कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।

---विज्ञापन---

केमिकल सनस्क्रीन

ऑक्सी बेंजीन और एवोबेनज़ोन जैसे केमिकल सनस्क्रीन में मौजूद तत्व यूवी रेडिएशन से सुरक्षा करते हैं, लेकिन कुछ लोगों में एलर्जी भी पैदा कर सकते हैं। हालांकि, ये तत्व सनबर्न और यूवी डैमेज को रोकने के लिए जरूरी हैं, लेकिन इससे होने वाली एलर्जी पुरानी सूजन का कारण बन सकती है, जिससे त्वचा कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।

हेयर डाई

हेयर डाई में मौजूद कुछ केमिकल, जैसे पैरा-फेनिल रेडियम एलर्जी पैदा कर सकते हैं। इन केमिकल के लगातार संपर्क और एलर्जी के कारण लंबे समय तक त्वचा में सूजन हो सकती है, जिससे त्वचा कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।

एटोपिक डर्मेटाइटिस (एक्जिमा)

एटोपिक डर्मेटाइटिस में त्वचा पर सूजन और खुजली वाले लाल धब्बे होते हैं। एक्जिमा से लंबे समय तक सूजन रहने से त्वचा सेल्स में डीएनए डैमेज हो सकती है, जिससे त्वचा कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।

एलर्जिक कांटेक्ट डर्मेटाइटिस

एलर्जिक कांटेक्ट डर्मेटाइटिस तब होता है जब त्वचा की एलर्जी के संपर्क में आती है, जिससे सूजन होती है। आम एलर्जेन में निकल, स्मेल और कॉस्मेटिक में पाए जाने वाले कुछ पोषण शामिल हैं। क्रोनिक एलर्जिक कांटेक्ट डर्मेटाइटिस के कारण त्वचा में लगातार सूजन हो सकती है।

फोटो सेंसिटिविटी

फोटो सेंसिटिविटी या पराबैंगनी (UV) रोशनी के प्रति बढ़ी हुई सेंसिटिविटी, कुछ दवाओं, मेडिकल कंडीशन या केमिकल के संपर्क में आने के कारण हो सकती है। फोटो सेंसिटिविटी वाले लोगों को UV एक्सपोजर पर गंभीर त्वचा प्रतिक्रिया महसूस हो सकता है, जिससे पुरानी सूजन और त्वचा कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।

क्रोनिक एक्टिनिक डर्मेटाइटिस

क्रोनिक एक्टिनिक डर्मेटाइटिस एक ऐसी कंडीशन है जिसमें UV रेज के प्रति त्वचा की गंभीर प्रतिक्रिया होती है। ये फोटो सेंसिटिविटी के समान होती है। इस स्थिति के परिणामस्वरूप लंबे समय तक सूजन बनी रहती है।

ये भी पढ़ें-  मानसून में हेल्दी और फिट रहने के लिए इन 5 टिप्स को करें फॉलो

Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की राय अवश्य ले लें। News24 की ओर से कोई जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।  

HISTORY

Edited By

Deepti Sharma

First published on: Jul 01, 2024 05:37 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें