Scrub Typhus: हाल ही में एक जीवाणु संक्रमण स्क्रब टाइफस वायरस के कारण ओडिशा में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई है। स्क्रब टाइफस जो संक्रमित चिगर के काटने से फैलता है। स्क्रब टाइफस नाम की बीमारी ओरिएंटिया त्सुत्सुगामुशी (Orientia tsutsugamushi) बैक्टीरिया के कारण होती है। ये एक संक्रामक बीमारी है। यह इन्फेक्टेड पिस्सुओं यानी चिगर्स के काटने से मनुष्य के शरीर में फैलती है।
स्क्रब टाइफस क्या है?
स्क्रब टाइफस एक बैक्टीरियल बीमारी है। यह एक ऐसा इंफेक्शन है, जो मौसम के बदलाव के कारण होती है। यह चिगर्स यानी पिस्सु के काटने से होती है। यह इन्फेक्टेड कीड़ा जब इंसान को काट लेता है तो स्क्रब टाइफस (Scrub Typhus) होता है। आमतौर पर भारत के साथ साथ एशिया और प्रशांत क्षेत्र (Pacific Region) में पाया जाता है। बारिश के मौसम में यह पहाड़ी क्षेत्रों में काफी ज्यादा होते हैं। ये घुन (WOOD WORM) आमतौर पर घने जंगलों में पाएं जाते हैं। इस बीमारी में 10 दिन बाद शरीर मेंं लक्षण दिखते हैं।
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स्क्रब टाइफस के लक्षण
- बुखार होना
- सिर में दर्द होना
- मांसपेशियों में दर्द होना
- चकत्ते पड़ना
- सोचने समझने की क्षमता में बदलाव होना
- शरीर पर दाने दिखना
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इसके अलावा स्क्रब टाइफस का एक और असामान्य लक्षण है जिसमें त्वचा पर घाव हो जाते हैं। जहां पर यह कीड़ा काट लेता है उस जगह पर पपड़ी पड़ जाती है। कई मामलों में सांस की परेशानी होती है।
बचाव
- घर के आसपास घास न उगने दें
- शरीर को साफ रखें
- साफ कपड़े पहनें
- पानी जमा न होने दें
- जंगल या खेत में काम करने के समय हाथ पैरों को ढक कर रखें
Disclaimer: इस लेख में बताई गई जानकारी और सुझाव को पाठक अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। News24 की ओर से किसी जानकारी और सूचना को लेकर कोई दावा नहीं किया जा रहा है।