Cooking Tips: खाना बनाने के लिए हम तेल या घी का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन आज के समय में जब बाजार में तरह-तरह के कुकिंग ऑयल उपलब्ध तो हैं लेकिन इनकी गुणवत्ता पर हमेशा सवाल खड़े होते हैं. ऐसे में पतंजलि कोल्हू सरसों तेल अपनी शुद्धता, स्वाद और सेहतमंद गुणों के कारण लोगों की पहली पसंद बना हुआ है. यह सिर्फ तेल नहीं बल्कि भारतीय परंपरा और प्राकृतिक जीवनशैली का प्रतीक है.
शुद्धता और प्राकृतिक विधि का भरोसा
पतंजलि कोल्हू सरसों तेल पारंपरिक कोल्हू (घानी) विधि से तैयार किया जाता है. इस विधि में सरसों के बीजों को बिना किसी रासायनिक प्रक्रिया के धीमी गति से कोल्हू में कूटा जाता है. इससे तेल का नेचुरल स्वाद, सुगंध और पोषक तत्व पूरी तरह सुरक्षित रहते हैं. यही कारण है कि इस तेल की हर बूंद न सिर्फ स्वाद बढ़ाता है बल्कि सेहत को भी संवारता है.
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सेहत के लिए फायदेमंद
बाबा रामदेव की कंपनी द्वारा बनाए गए इस सरसों तेल में पाए जाने वाले ओमेगा-3 फैटी एसिड, एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन-ई शरीर के लिए बेहद लाभकारी होते हैं. यह तेल कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखता है, दिल को स्वस्थ बनाता है और इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है. इस तेल में पकाए खाने का नियमित सेवन करने से शरीर में सूजन कम होती है और स्किन भी निखरती है
क्यों सही है सरसों तेल में खाना पकाना?
हाई स्मोक पॉइंट- सरसों तेल का स्मोक पॉइंट अधिक होता है जिससे यह डीप फ्राई और तड़का लगाने के लिए सबसे सुरक्षित तेल माना जाता है.
बेहतरीन स्वाद- इस तेल का देसी स्वाद सब्जियों, पराठों और दालों में एक अलग ही सुगंध और स्वाद जोड़ता है.
पाचन में सहायक- पतंजलि का सरसों तेल खाना पचाने में मदद करता है और भूख बढ़ाता है.
नेचुरल प्रिजर्वेटिव- इस तेल से खाने को लंबे समय तक ताजा बनाए रखा जा सकता है, जिससे फूड वेस्टेज भी कम होता है.
पतंजलि पर लोगों का भरोसा
पतंजलि आयुर्वेद का हर उत्पाद गुणवत्ता और स्वदेशी मूल्यों का प्रतीक माना जाता है. पतंजलि कोल्हू सरसों तेल पूरी तरह 100% शुद्ध, बिना मिलावट और हानिकारक रसायनों से मुक्त है. इसमें कोई आर्टिफिशियल कलर या फ्लेवर नहीं डाला जाता, जिससे यह हर परिवार के लिए सुरक्षित विकल्प होता है.
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