न्यूयॉर्क: अमेरिका से हाल ही में एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जानकर यकीन नहीं होगा कि आदमी के पेट के अंदर भी मक्खी जिंदा रह सकती है। वाकया हैरानीजनक भले ही है, लेकिन हर सौ प्रतिशत सच। इतना ही नहीं, और भी ज्यादा परेशान करने वाली बात तो यह भी है कि वह मक्खी डॉक्टर्स की तरफ से की जा रही कोशिशों के बावजूद टस से मस नहीं हो रही। अब सबसे बड़ा सवाल है कि आगे क्या होगा।
मामला मिसौरी अस्पताल से सामने आया है। अमेरिकन जर्नल ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी में पब्लिश एक आर्टिकल के अनुसार 63साल का एक बुजुर्ग काफी वक्त से परेशान था। इसी साल के शुरुआती महीनों की बात है, जब वह कोलन कैंसर की रेगुलर जांच के लिए मिसौरी अस्पताल में आया था। काफी दिन की जद्दोजहद के बाद डॉक्टरों ने उसकी कोलोनोस्कोपी का फैसला लिया।
हाल ही में इस जांच के दौरान जब कैमरा उसकी आंतों के अंदर भेजा गया तो उसमें कैप्चर हुई तस्वीर देखकर हर किसी का दिमाग चकरा गया। बताया जा रहा है कि आदमी के पेट के भीतर एक मक्खी थी, वह भी जिंदा। डॉक्टर्स की मानें तो वो खुद नहीं समझ पा रहे हैं कि आखिर पेट के भीतर जिंदा हालत में पहुंची कैसे? गैस्ट्रिक एसिड से यह मक्खी बची तो बची किस तरह? उन्होंने अमेरिकन जर्नल ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी में लिखा है, ‘यह मामला एक बहुत ही दुर्लभ कोलोनोस्कोपिक फाइंडिंग है’।
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अब कई तरह के सवालात में उलझे डॉक्टर्स
इस मामले में एक जानकारी यह भी सामने आई है कि मरीज ने पहले उसने पिज्जा और सलाद का सेवन किया था। इसके बाद कोलोनोस्कोपी से एक दिन पहले केवल साफ लिक्विड फूड लिया और फिर 24 घंटे तक खाली पेट भी रहा। हालांकि उसका कहना है कि खाने में उसे मक्खी या गंदगी जैसी कोई चीज याद नहीं। खैर, जो भी हो-अब बड़ा मसला इस मक्खी को उस जगह से हटाने का है, जहां बड़े आराम से बैठी पाई गई। डॉक्टर्स ने अपनी जानकारी में लिखा है कि यह मक्खी देड़खानी के बावजूद अपनी जगह रत्तीभर भी नहीं हिल रही। अब इसे हटाने के लिए दूसरे तरीकों पर विचार किया जा रहा है।