Kidney Stone Symptoms: किडनी स्टोन या गुर्दे की पथरी की समस्या आम हो गई है। ये महिलाओं और पुरुषों, दोनों को ही हो सकती है। किडनी स्टोन का सबसे आम लक्षण दर्द होता है। इसमें होने वाला दर्द इतना ज्यादा होता है कि शायद कल्पना भी मुश्किल है। पथरी होने पर कमर, पीठ के निचले हिस्से और पसलियों में दर्द होता है। मगर क्या पुरुषों और महिलाओं को पथरी का दर्द अलग-अलग महसूस हो सकता है? कुछ रिपोर्ट्स बताती हैं कि जो पुरुष डिहाइड्रेट रहते हैं उन्हें अपने जेनेटल एरियाज में बहुत तेज दर्द होता है। इतना ही नहीं, ये पुरुष पेशाब करने में भी दिक्कत महसूस करते हैं। आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों में पथरी बनने के कारण तो लगभग एक जैसे पाए जाते हैं, लेकिन दोनों के शरीर की बनावट और हार्मोन्स में फर्क के कारण इनके लक्षणों और दर्द के अनुभव अलग-अलग हो सकते हैं। आइए जानते हैं कैसे और क्यों पुरुषों और महिलाओं में किडनी स्टोन के संकेत अलग होते हैं।
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किसे होता है गंभीर दर्द?
पुरुष और महिला दोनों में, किडनी स्टोन होने पर अमूमन तेज दर्द होता है। यह दर्द अक्सर पसलियों और कूल्हों के बीच होता है या फिर पेट के निचले हिस्से और कमर तक महसूस हो सकता है। इसके साथ ही यूरिनरी ट्रैक्ट में पेशाब करते समय जलन और दर्द हो सकता है। दोनों को ही पेशाब करने में दबाव और रुकावट महसूस होती है। मगर पुरुषों के दर्द में थोड़ा अंतर हो सकता है।
पुरुषों को क्यों होता है ज्यादा दर्द?
पुरुषों में पथरी का दर्द कमर, पीठ के निचले हिस्से और पेट की साइड्स में होता है क्योंकि पुरुषों की शरीर की बनावट अलग होती है। जब इनके शरीर में पथरी मूत्र नली में जाती है, तो दर्द कभी-कभी टेस्टिकल्स तक भी फैल जाता है। इसके अलावा, गर्म मौसम में पुरुषों में पथरी बनने का खतरा ज्यादा होता है, क्योंकि पसीने से शरीर में पानी की कमी हो जाती है और ऐसे में इनका पेशाब गाढ़ा हो जाता है।
कुछ रिसर्च बताती हैं कि पुरुष अपने पेशाब के जरिए अधिक मात्रा में कैल्शियम और ऑक्सालेट नामक पदार्थ भी निकालते है, जिससे पथरी बनने और बार-बार होने की संभावना बढ़ जाती है। इस वजह से हेल्थ एक्सपर्ट बताते हैं कि पुरुषों को किडनी स्टोन का रिस्क ज्यादा होता है।

महिलाओं के अंदर दिखने वाले सामान्य लक्षण कैसे?
हालांकि, इन्हें भी दर्द होता है लेकिन पथरी की वजह से महिलाएं ज्यादा थकान, नींद में दिक्कत और चिंता महसूस कर सकती हैं। मेनोपॉज के बाद की महिलाओं में दर्द का अनुभव अलग होता है। कुछ रिपोर्ट्स में पाया गया है कि पथरी से जुड़े कुछ इलाज की प्रक्रियाओं में महिलाओं में संक्रमण होने का खतरा भी ज्यादा होता है, जिससे उनका दर्द और इलाज दोनों गंभीर हो जाते हैं।
कैसे होगा बचाव?
- पुणे के किडनी एक्सपर्ट डॉ. तरुण जेलोकाब्लड बताते हैं कि प्रतिदिन 7-8 गिलास पानी पीना चाहिए।
- हाई बीपी को मैनेज करें क्योंकि ये किडनी को डैमेज कर सकती है।
- शुगर लेवल को कंट्रोल रखें।
- इसके अलावा, नमक, बाहर का खाना, प्रोसेस्ड फूड्स और धूम्रपान जैसी चीजों का कम से कम सेवन करें।
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