Kidney Failure: किडनी हमारी बॉडी का एक ऐसा फिल्टर है, जो चीजों को अच्छे से छानकर खराब तत्वों को निकाल देती है। कहने का मतलब है किडनी हमारे खून को साफ करने काम करती है, क्योंकि खून में कई टॉक्सिक मैटेरियल होते हैं, जब खून बनता है। सिर्फ यही नहीं किडनी के कई अलग-अलग काम होते हैं। शरीर में ज्यादा सोडियम, फास्फोरस, पानी, नमक, पोटैशियम बहुत चीजों को किडनी यूरिन के जरिए बाहर कर देती है। एक तरह से सभी चीजों को बैलेंस करने काम करती है।
इससे यह पता चलता है कि किडनी काम कितना जरूरी है और इसपर कोई भी समस्या आने पर शरीर को बहुत सी परेशानियां झेलनी पड़ती हैं। आजकल जैसा लाइफस्टाइल हमारा चल रहा है और अनहेल्दी डाइट का होना भी इसमें शामिल है। अगर शुरुआत में ही किडनी के खराब होने के संकेत पहले ही पता चल जाएं, तो आपको कभी भी इसे इग्नोर नहीं करना चाहिए, क्योंकि ये किडनी फेल्योर (Kidney Failure) का जोखिम बढ़ाती है। किडनी फेल्योर क्या होता है और इसमें क्या-क्या प्रॉब्लम आती हैं, इसी पर Dr. JP Aggarwal (Agarwal Medi Care Centre) ने कई चीजों पर अहम जानकारी साझा की है।
किडनी फेलियर कितनी तरह के होते हैं, जानें इस Video में-
किडनी फेल्योर क्या है ?
जब किडनी काम करने में असफल हो जाती है, तो उसे किडनी फेल्योर कहते हैं। किडनी का फेल होना कभी-कभी कम समय के लिए होता है, लेकिन जल्दी और अचानक भी हो सकता है। जब यह किडनी फिल्टर नहीं कर पाती है, तो इसका इलाज नहीं हो पाता है और गंभीर स्टेज में आने पर खतरनाक साबित हो सकती हैय़। इसमें मरीज कुछ दिन या कुछ हफ्ते तक जिंदा रह पाता है।
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किन्हें लोगों को ज्यादा खतरा
- अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं।
- हाई ब्लड प्रेशर का समस्या का होना।
- किडनी का साइज नॉर्मल न होना।
- लंबे समय से पेन किलर की दवा का सेवन करना।
इलाज
किडनी फेल्योर का इलाज करना तब ही पॉसिबल है, जब ये पता हो कि यह समस्या किस स्टेज में है। अगर इलाज नहीं हो पाता है तो डायलिसिस इसका एकमात्र सहारा है। इसके अलावा मेडिसिन और इससे जुड़ी जरूरी बातें डॉक्टर से जान लेनी चाहिए।
Disclaimer: उपरोक्त जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर या हेल्थ एक्सपर्ट की राय अवश्य ले लें। News24 की ओर से कोई जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।