Use Natural Protein Rich Products Instead Of Protein Supplements : हैदराबाद के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रिशन (NIN) ने हाल ही में एक रिपार्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में प्रोटीन सप्लीमेंट का इस्तेमाल न करने की बात कही गई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि बॉडी बिल्डिंग करने वाले लोगों को प्रोटीन सप्लीमेंट से दूर रहना चाहिए। NIN, The Indian Council of Medical Research (ICMR) का ही एक हिस्सा है। ICMR देश की सबसे बड़ी मेडिकल रिसर्च काउंसिल है। ICMR ने बुधवार को भारतीयों के लिए डाइट गाइडलाइंस जारी की थीं। ICMR-NIN की इस रिपोर्ट के बाद हमने कुछ डॉक्टरों से बात की। उन्होंने भी प्रोटीन सप्लीमेंट का इस्तेमाल न करने को कहा। डॉक्टरों ने बताया कि प्रोटीन सप्लीमेंट की जगह ऐसी चीजों का इस्तेमाल करें जिनमें नेचुरल प्रोटीन हो।
The Dietary Guidelines for Indians released yesterday at @ICMRDELHI can now be access at : https://t.co/pTslkYlY73https://t.co/PC9HwI8Unm@MoHFW_INDIA @DeptHealthRes @ICMRDELHI pic.twitter.com/l9wgur9k7a
---विज्ञापन---— ICMR – National Institute of Nutrition (@ICMRNIN) May 9, 2024
जिम जाने वाले और एथलीट करते हैं ज्यादा इस्तेमाल
जिम में बॉडी बिल्डिंग करने वाले लोगों के लिए इस समय प्रोटीन सप्लीमेंट काफी पॉपुलर हैं। वे इनका खूब इस्तेमाल करते हैं। वहीं काफी जिम एक्सपर्ट भी इन्हें खाने की सलाह देते हैं। बॉडी बिल्डिंग के साथ एथलीट भी प्रोटीन सप्लीमेंट का काफी इस्तेमाल करते हैं। इसके इस्तेमाल से इनकी परफॉर्मेंस में काफी तेजी से इजाफा होता है। बॉडी बिल्डिंग करने वालों की जहां मसल्स तेजी से बनती हैं तो वहीं एथलीट की परफॉर्मेंस भी बेहतर होती है।
रिपोर्ट में बताया हार्ट अटैक का कारण
ICMR-NIN की इस रिपोर्ट में बताया गया है कि प्रोटीन सप्लीमेंट में ब्रांच्ड चेन अमीनो एसिड्स (BCAAs) समेत कई चीजें काफी मात्रा में पाई जाती हैं। इनके कारण इसका इस्तेमाल करने वाले लोगों में न केवल मसल्स तेजी से रिपेयर होती हैं बल्कि एनर्जी लेवल भी बढ़ जाता है। हालांकि इसके काफी नुकसान भी हैं। प्रोटीन सप्लीमेंट में मौजूद BCAAs समेत कई चीजों के इस्तेमाल से लोगों में नॉन-कम्यूनिकेबल बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है। इन बीमारियों में हार्ट अटैक, स्ट्रोक, कैंसर, अस्थमा, डायबिटीज आदि बीमारियां शामिल हैं।
‘किडनी हो जाती है खराब’
सीनियर कंसल्टेंट फिजिशियन और डायबिटीज स्पेशलिस्ट डॉ. अंशुल वार्ष्णेय बताते हैं कि लोगों को प्रोटीन सप्लीमेंट से दूर रहना चाहिए। बेहतर होगा कि इसके लिए ऐसी चीजें खाएं जिसमें नेचुरल प्रोटीन हो। दरअसल, प्रोटीन सप्लीमेंट का इस्तेमाल करने से सबसे ज्यादा असर किडनी पर पड़ता है। काफी ऐसे लोग हैं जो जिम में जल्दी बॉडी बनाने के लिए प्रोटीन सप्लीमेंट का बहुत ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। इससे किडनी का क्रिएटिनिन लेवल बढ़ जाता है। यह लेवल बढ़ने से किडनी खराब हो सकती है। बेहतर होगा कि प्रोटीन सप्लीमेंट की जगह डाइट में पनीर, अंडे, सोयाबीन आदि चीजों को शामिल करें। स्प्राउट्स खाएं।
यह भी पढ़ें : भारतीयों के लिए हेल्दी डाइट की गाइडलाइंस जारी, प्रोटीन और सप्लीमेंट्स की नहीं पड़ेगी जरूरत
‘नेचुरल चीजों का करें इस्तेमाल’
तिब्बिया कॉलेज में प्रोफेसर डॉ. भगवान सहाय शर्मा बताते हैं कि प्रोटीन सप्लीमेंट में हैवी प्रोटीन मिले होते हैं। ये प्रोटीन किडनी से निकल नहीं पाते जिसके कारण किडनी और लीवर, दोनों पर बुरा असर पड़ता है। अगर इनका लगातार इस्तेमाल किया जाए तो किडनी और लीवर खराब भी हो सकते हैं। प्रोटीन सप्लीमेंट की जगह नेचुरल चीजें खाएं। इनमें दाल, सोयाबीन, दूध, पनीर दही आदि शामिल हैं। बॉडी बिल्डिंग करने वालों को प्रीटीन डाइट के साथ फैट भी इस्तेमाल करना चाहिए। इसके लिए खाने में रोजाना देसी घी का इस्तेमाल करें। ड्राई फ्रूट्स खाएं क्योंकि इनमें नेचुरल फैट होता है। बच्चों को भी प्रोटीन सप्लीमेंट से दूर रहना चाहिए। मसल्स मजबूत करने के लिए अश्वगंधा, शतावरी आदि चीजों का इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह से कर सकते हैं।