High BP Causes: खराब जीवनशैली के चलते हमें कई बीमारियां हो सकती है। इनमें बीपी की समस्या होना तो सबसे आम है। हाई ब्लड प्रेशर एक ऐसा प्रॉब्लम है, जो आजकल लोगों में मिलता तो बहुत ज्यादा है लेकिन लोग इसे नजरअंदाज भी उतना ही करते हैं। मगर इसे इग्नोर करना बेहद गंभीर परिणाम दे सकता है। गर्मियों और उमस भरे मौसम में हाई बीपी की प्रॉब्लम और भी ज्यादा बढ़ जाती है। आइए जानते हैं इस पर डॉक्टर की राय।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
एम्स नई दिल्ली के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. अंबुज रॉय बताते हैं कि जब दिल की धमनियों में ब्लड सर्कुलेट होता है, तो वह एक प्रेशर होता है ताकि खून सभी अंगों तक पहुंच सके। मगर जब ब्लड सर्कुलेशन का प्रेशर बिगड़ता है, तो कभी बीपी हाई होता है, तो कभी बीप लो होता है। जब बीपी 140 से ऊपर पहुंचता है, तो यह हाई बीपी होता है। इसका असर पूरे शरीर पर पड़ता है।
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हाई बीपी से होने वाली समस्याएं
- ब्लड प्रेशर हाई होने से ब्रेन हैमरेज हो सकता है। इससे दिमाग की नसें फट सकती है, जो मौत का भी कारण बन सकती है।
- हाई बीपी की प्रॉब्लम अगर दिमाग तो पहुंच जाएं, तो इससे लकवे की बीमारी भी हो सकती है।
- हाई बीपी से हार्ट अटैक हो सकता है और हार्ट फेलियर भी हो जाता है।
- हाई बीपी से किडनी फेलियर और लिवर फेलियर की समस्या हो सकती है।
- डॉक्टर बताते हैं कि यदि किसी को पैरों में गैंगरीन हो जाता है, तो यह भी हाई बीपी की वजह से होता है। इस स्थिति में कई बार पैर काटने की भी नौबत आ जाती है।
उच्च रक्तचाप या हाई ब्लड प्रेशर — एक ऐसा रोग जिसे अक्सर नज़रअंदाज़ कर दिया जाता है, लेकिन इसके परिणाम बेहद गंभीर हो सकते हैं।
---विज्ञापन---जानिए विशेषज्ञ डॉ. अंबुज रॉय, प्रोफेसर, कार्डियोलॉजी विभाग, एम्स नई दिल्ली की राय।#BeatNCDs pic.twitter.com/N3M41DvBel
— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) June 25, 2025
बचाव क्यों जरूरी?
डॉक्टर बताते हैं कि हाई बीपी की समस्या से शरीर के सभी अंग विफल हो सकते हैं। इसलिए, हमें नियमित रूप से अपने बीपी की जांच करवानी चाहिए और इसे मैनेज करने के लिए उपायों को अपनाना चाहिए।
कैसे करें बीपी कंट्रोल?
- वजन नियंत्रित करें, इसके लिए एक्सरसाइज और योग करें।
- नियमित व्यायाम से भी बीपी कंट्रोल करने में मदद करता है।
- स्वस्थ आहार का सेवन करें।
- डाइट में नमक और सोडियम को कम करें।
- शराब का सेवन सीमित तौर पर करें।
- सही तरीके से पानी पिएं।
- नींबू पानी पिएं मगर बिना नमक और चीनी का।
- पीठ के बल लेटे और पैरों को तकिए के ऊपर रखें।
- धूम्रपान करने से बचें।
- पर्याप्त नींद लें।
- स्ट्रैस कम करें।
- अपने बीपी को नियमित रूप से चेक करें।
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