Enema Kit Benefits: पाचन संबंधी समस्याओं में कब्ज सबसे सामान्य परेशानी है। लोगों की बदलती खान-पान की आदतें इस पर सबसे ज्यादा निर्भर करती हैं क्योंकि कब्ज का मुख्य कारण जंक फूड्स, अनहेल्दी फूड्स और मैदे से बनी चीजों का सेवन करना है। एनीमा किट, क्या है यह किट और कैसे इस किट के इस्तेमाल से वजन घटाने और गंभीर कब्ज की समस्या से राहत मिल सकती है? जानते हैं एक्सपर्ट से।
कब्ज में फायदेमंद Enema किट
अगर आप कब्ज, पेट की गड़बड़ी या शरीर को डिटॉक्स करने के प्राकृतिक तरीकों की तलाश में हैं, तो एनिमा एक कारगर उपाय हो सकता है। यह न केवल मल त्याग को आसान बनाता है बल्कि शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने और पाचन दुरुस्त करने में भी मदद करता है।
Enema क्या है?
एनिमा एक प्रकार का मेडिकल प्रोसेस है, जिसमें गुदे के रास्ते एक विशेष लिक्विड को आंतों में डाला जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य आंतों की सफाई करना और मल त्याग को आसान बनाना होता है। इसका यूज मुख्य रूप से कब्ज, बवासीर, पेट की सफाई और कोलन को डिटॉक्स करने के लिए किया जाता है। सात्विक मूवमेंट के पेज पर सुबह सरफ ( Subh Saraf) ने बताया है कि इस किट को शरीर को डिटॉक्स करने के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद है।
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Enema किट के फायदे
- इंडिया टूडे की रिपोर्ट के मुताबिक सैफी अस्पताल के कंसल्टेंट हेपेटोलॉजिस्ट और ट्रांसप्लांट फिजिशियन डॉ. चेतन कलाल बताते हैं कि इस किट का इस्तेमाल कई कामों में किया जा सकता है।
- कब्ज में राहत- इस किट को यूज करने से आंतों में जमा मैल बाहर आसानी से निकल जाता है। इससे मल सॉफ्ट हो जाता है और रिलीज हो जाता है।
- आंतों की सफाई- एनिमा किट से आंतों की क्लीनिंग करने में आसानी होती है। इससे आंतों में जमा टॉक्सिन्स फ्लश आउट हो जाते हैं।
- वजन घटाने में मदद-आंतों की सफाई से मेटाबॉलिज्म स्ट्रॉन्ग होता है, जिससे वजन कम करने में सहायता मिलती है।
एनिमा क्यों जरूरी?
सुबह सरफ बताती हैं कि यह एक आयुर्वेदिक और पारंपरिक तरीका है जिसे सदियों से फॉलो किया जा रहा है। यह इसलिए जरूरी है क्योंकि हमारी आंतों में जो गंदगी जमा होती है, वह मैन मेड फूड्स को खाने से होती है। अगर हम नेचुरल फूड्स का सेवन कम से कम करते हैं तो इससे कब्ज की समस्या भी ज्यादा हो जाती है।
एनिमा कैसे यूज करते हैं?
इसके लिए आपको सबसे पहले एक एनिमा किट लेनी है। इसे यूज करने के लिए पहले इस किट को अच्छे से 3-4 बार साफ कर लें और फिर इसमें आप 500 ml से अधिक पानी नहीं डाल सकते हैं। पहली बार इस्तेमाल करने वाले पानी सिर्फ 300 ml ले सकते हैं। पानी का तापमान ल्यूकवॉर्म होना चाहिए और नल का पानी भी यूज कर सकते हैं। अब किट की पाइप में तेल लगाएं, इससे आप पाइप को आसानी से शरीर से अंदर इंसर्ट कर सकते हैं। इसके बाद पॉट को कमर से ऊपर के स्थान पर रखें और फिर घुटनों के बल बैठकर पेट को नीचे की तरफ झुकाएं और पाइप को रेक्टम में डालें।
प्रोसेस का दूसरा स्टेप
इस प्रोसेस में अधिक दर्द नहीं होगा अगर आप सही इंस्ट्रक्शन फॉलो करेंगे। पाइप के अंदर जाते ही पानी का फ्लो शुरू हो जाएगा और सारा पानी अंदर जाने के बाद आप थोड़ा चलें। आप अपने दोनों हाथों को ठंडे पानी में डुबोकर पेट पर क्लॉकवाइस और एंटी-क्लॉकवाइस घुमाएं। पानी को 5 से 7 मिनट होल्ड करें, अगर आप ज्यादा होल्ड नहीं कर पा रहे हैं तो अगले दिन पानी की मात्रा को कम कर दें। आप देखेंगे कि प्रेशर आने के बाद आप अच्छे से फ्रेश हो जाएंगे और पेट में जमा पुरानी से पुरानी गंदगी बाहर निकल जाएगी।
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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।