Delhi Pollution Brain Damage: दिल्ली की हवा का असर दिल के साथ-साथ दिमाग पर भी पड़ता है खासकर बच्चों के दिमाग पर. इससे दिमाग कमजोर, याददाश्त का कम होना और बार-बार भूलने की बीमारी हो रही है. कई मामलों में तो अल्जाइमर व डिमेंशिया जैसी बीमारियों का बढ़ता खतरा भी देखा गया है. डॉक्टर का कहना है कि वायु प्रदूषण फेफड़ों से खून के अंदर फैल जाता है और दिमाग में सूजन पैदा करता है. इससे सोचने और समझने की क्षमता कम हो सकती है. ऐसे में अगर आपको कैसे पता लगाएं कि कहीं आपका दिमाग इसकी चपेट में तो नहीं आ गया. आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं दिमाग पर वायु प्रदूषण से होने वाला असर-
दिमाग के लिए कितना खतरनाक है वायु प्रदूषण?
वायु प्रदूषण दिमाग के लिए उतना ही खतरनाक है जितना फेफड़ों के लिए है. बता दें हवा में मौजूद बेहद छोटे कण सांस के जरिए शरीर में घुसकर सीधे खून में मिल जाते हैं. खून के साथ ये कण दिमाग तक पहुंचकर वहां सूजन और सेल डैमेज पैदा करते हैं. इससे याददाश्त कमजोर होने लगती है, ध्यान केंद्रित करने में मुश्किल होती है और मानसिक थकान बढ़ती है.
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दिखते हैं ये लक्षण
- याददाश्त कमजोर होना या छोटी बातें भूल जाना
- लगातार सिर में दर्द, थकान और भारीपन महसूस होना
- नींद ठीक से न आना या बार-बार नींद खराब होना
- बच्चों में चिड़चिड़ापन आना
- जल्दी थक जाना या कमजोरी महसूस होना
- स्ट्रोक और न्यूरोलॉजिकल समस्याओं का खतरा बढ़ना
इन टिप्स से करें बचाव
- बाहर जाते वक्त N95 वाला मास्क पहनें.
- सुबह शाम व्यायाम करें और हरे मैदान में वक्त बिताएं.
- घर में एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें.
- हवा की नमी बनाए रखने के लिए कमरे में पानी का कटोरा रखें
- घर में ऐसे पौधे लगाएं जो हवा को शुद्ध करते हैं.
- बाहर से आने के बाद अच्छी तरह से हाथों को साफ करें.
- हर 2 घंटे में पानी पीने की कोशिश करें.
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अस्वीकरण – इस खबर को सामान्य जानकारी के तौर पर लिखा गया है. अधिक जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें या चिकित्सक से परामर्श करें. न्यूज 24 किसी तरह का दावा नहीं करता है.










