Costal Cities of America Are Sinking in Hindi : अमेरिका के समुद्र किनारे स्थित शहरों पर एक नया खतरा मंडरा रहा है। एक रिपोर्ट में सामने आया है कि न्यूयॉर्क, बाल्टीमोर और लॉन्ग आईलैंड समेत अमेरिका के कई तटीय शहर डूब रहे हैं।
US Cities Sinking on the East Coast, Threatening Critical Infrastructure https://t.co/MDgLXNkEYz
---विज्ञापन---— G 明 🇺🇦🇹🇼🇺🇸 (@GeemeQuantum) January 9, 2024
एक नए अध्ययन में बताया गया है कि इन शहरों के डूबने की रफ्तार धीमी जरूर है लेकिन शोधार्थियों ने जोर दिया है कि ऐसा असल में हो रहा है और इससे इन शहरों के भविष्य पर खतरा पैदा होगा। इस रिपोर्ट में जानिए आखिर ऐसा क्यों हो रहा है।
क्यों डूब रहे हैं शहर
‘प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडेमिक्स ऑफ साइंसेज’ में प्रकाशित इस रिसर्च के अनुसार इमारतें और प्राकृतिक प्रक्रियाओं की वजह से इन शहरों की जमीन हर साल दो मिलीमीटर नीचे धंस रही है। इसकी वजह से बाढ़ जैसी आपदाओं को लेकर सवाल उठे हैं।
यूएस जियोलॉजिकल सर्वे और वर्जीनिया रिसर्च टीम ने रडार और सैटेलाइट इमेजरी की मदद से डिजिल मैप तैयार किए थे। यह डिजिटल मैप में उन जगहों के बारे में सटीक जानकारी देता है जहां जरूरी इन्फ्रास्ट्रक्चर पर जमीन धंसने से सबसे ज्यादा खतरा है।
शोधार्थियों ने पाया कि जमीन धंसने की दर दो मिलीमीटर प्रतिवर्ष है। इससे पूर्वी तट पर 20 लाख लोगों और आठ लाख संपत्तियां प्रभावित हो रही हैं। बता दें कि समुद्र के स्तर में बढ़ोतरी की वर्तमान अनुमानित दर पूरी दुनिया में हर साल चार मिलीमीटर है।
कितना खतरनाक है ये
स्टडी के अनुसार जमीन धंसने की दर से मुख्य शहरों में 2000 से 74 हजार वर्ग किलोमीटर जमीन, 12 लाख से 140 लाख लोगों, 4.46 लाख से 63 लाख संपत्तियों और 50 प्रतिशत से ज्यादा इन्फ्रास्ट्क्चर पर खतरा है। इसके परिणाम काफी बड़े हो सकते हैं।
शोधार्थियों ने कहा कि इससे सभी प्रभावित होंगे। भले ही इसकी रफ्तार धीमी हो लेकिन इसका असर बहुत असली होगा। समस्या केवल शहरों के डूबने की नहीं है। समस्या यह भी है कि ऐसी जगहें सीधे तौर पर आबादी और इन्फ्रास्ट्रक्चर केंद्रों को जोड़ती हैं।
रिपोर्ट में बताया गया है कि न्यूयॉर्क, नोरफोक और बाल्टीमोर जैसे बड़े मेट्रोपॉलिटन शहरों पर समुद्र स्तर में इजाफा होने से बड़ा खतरा है। यहां कई कीमती और महत्वपूर्ण संपत्तियां हैं और घनी आबादी है। ऐसे शहरों में इसका असर और भयावह हो सकता है।
ये भी पढ़ें: कहां गए यूक्रेन को दिए गए 100 करोड़ डॉलर के अमेरिकी हथियार?
ये भी पढ़ें: कौन हैं विलियम लाई जिन्हें ताइवान की जनता ने चुना है नया राष्ट्रपति