मुंबई: ‘शार्क टैंक इंडिया 2’ की जज नमिता थापर ने अपनी निजी जिंदगी से जुड़े कुछ सच रिवील किए हैं। सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन पर प्रसारित शो ‘शार्क टैंक इंडिया 2’ में उन्होंने याद किया कि कैसे उन्हें अपनी दूसरी प्रेग्नेंसी के दौरान आईवीएफ के दो असफल प्रयासों का सामना करना पड़ा था। नमिता ने बताया कि पहली बार गर्भधारण करना उसके लिए आसान था, लेकिन दूसरी बार उसे अतिरिक्त प्रयास करने पड़े क्योंकि चीजें उसके लिए काम नहीं कर रही थीं।
दो इन्फर्टिलिटी उपचार और 25 इंजेक्शन से गुजरी
नमिता थापर ने सबके सामने साझा करते हुए बताया, जब मैं 28 साल की थी, मैं गर्भवती होना चाहती थी और दो महीने में मैंने गर्भधारण किया और सामान्य गर्भावस्था हुई। उसके बाद मैंने 3 से 4 साल तक गर्भधारण करने की कोशिश की और असफल रही। मुझे अभी भी दो इन्फर्टिलिटी उपचार और 25 इंजेक्शन से गुजरना याद है। इसके अलावा मैं एक भावनात्मक और शारीरिक आघात से भी गुजरी।
10 साल तक सार्वजनिक रूप से बात नहीं कर पाई
नमिता ने आप बीती बताते हुए कहा कि वह इस बात से निराश थीं कि उन्होंने सभी प्रयास छोड़कर एक बच्चे के साथ खुश रहने का फैसला किया। हालांकि, वह कुछ महीनों के बाद स्वाभाविक रूप से गर्भवती हो गई लेकिन कई महीनों तक आघात से बाहर नहीं आ सकी। उन्होंने कहा कि दो असफल प्रयासों के बाद मैंने हार मान ली थी। फिर मैंने सोचा की मैं एक बच्चे के साथ खुश हूं। लेकिन फिर एक चमत्कार हुआ और मैं स्वाभाविक रूप से गर्भवती हो गई। लेकिन यह अतीत की यादें मेरे साथ रहीं और 10 साल तक मैं इसके बारे में सार्वजनिक रूप से बात नहीं कर पाई।
पूरी रात सो नहीं सकी
आगे नमिता ने बताया कि करीब छह महीने पहले मुझे अपने यूट्यूब चैनल पर बांझपन (इन्फर्टिलिटी) के विषय पर चर्चा करनी थी और मैं इस बारे में सोचकर पूरी रात सो नहीं सकी। उन्होंने कहा मैं यह सोच रही थी कि क्या मैं अपना व्यक्तिगत अनुभव साझा कर पाऊंगी या नहीं। नमिता ने कहा कि मेरे कई शुभचिंतकों ने मुझसे कहा, यह मेरा निजी जीवन है, मैं इसकी चर्चा क्यों करूं? हालांकि, मैंने जो कुछ भी झेला है, उसे दूसरों के साथ साझा करने का फैसला किया। दरअसल मैंने इसके बारे में अपनी किताब में भी लिखा है।