Adnan Sami Supports Animal: रणबीर कपूर (Ranbir Kapoor) की फिल्म ‘एनिमल’ (Animal) बॉक्स ऑफिस पर कमाई के सारे रेकॉर्ड तोड़ रही है। इस फिल्म को एक तरफ फैंस का प्यार मिल रहा है तो दूसरी ओर फिल्म में दिखाए कुछ सीन पर आपत्ति भी जताई जा रही है। एनिमल में जरूरत से ज्यादा हिंसा और जहरीली मर्दानगी का प्रदर्शन करने के लिए लोग इसका विरोध कर रहे हैं। जब ये मामला काफी ज्यादा गरमाया तो बॉलीवुड सिंगर अदनान सामी (Adnan Sami) अब इस फिल्म के सपोर्ट में उतरे हैं। सिंगर ने एक पोस्ट शेयर कर फिल्म का समर्थन किया है।
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‘एनिमल’ के सपोर्ट में किया पोस्ट
उन्होंने इस पर बात करते हुए कहा, ‘क्या लोग कृपया फिल्मों पर ज्यादा विश्लेषण, ज्यादा सोचना और ‘नैतिक-पुलिसिंग’ करने पर रोक लगा सकते हैं? यह बस एक फिल्म है!!! यह एक फैंटेसी है… यह एंटरटेनमेंट है!! (Valium) अगर आप लॉजिक ढूंढ रहे हैं तो मुझे अमर अकबर एंथोनी में दिखाए गए इल्लॉजिकल ब्लड डोनेशन सीन्स के पीछे का लॉजिक भी बताएं। एक मां के तीन बेटे एक ही समय में एक ही ट्यूब के माध्यम से उसे रक्तदान करते हैं! उस फिल्म को एक पंथ क्लासिक के रूप में प्रतिष्ठित किया गया है और यह सही भी है क्योंकि हम सभी इसे पसंद करते हैं! दीवार में दिखाई गई नैतिकता या शोले के क्लाइमेक्स में ‘ठाकुर’ द्वारा गब्बर को बिना हाथों के सिर्फ अपने पैरों से पीटने के पीछे के तर्क को स्पष्ट करें!! वह भी एक अविश्वसनीय क्लासिक है जिसे हम पसंद करते हैं!!’
फैंस से किए खास सवाल
फैंस से सवाल करते हुए उन्होंने आगे कहा, ‘गॉडफादर ने हमें फिर से बुरे लोगों के पक्ष में खड़ा कर दिया है… Quentin Tarantino को एक प्रतिभाशाली व्यक्ति माना जाता है, जिसने खून-खराबे से अपना करियर बनाया है!! हमें ‘स्कारफेस’ में Al Pacino बहुत पसंद आया!! यदि किसी फिल्म को ‘ए’ रेटिंग दी जाती है तो इसका मतलब है कि सिर्फ एक एडल्ट ही इसे देख सकता है क्योंकि एक ‘एडल्ट’ इतना परिपक्व और शिक्षित होता है कि वो नैतिक रूप से सही और इस प्रकार फिल्म की सामग्री से नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा! तो बस शांत होकर फिल्म देखें; मनोरंजन करें और घर जाएं!’
सिंगर ने नहीं देखी फिल्म
उन्होंने आखिर में लिखा, ‘और, नहीं, मैंने अभी तक ‘एनिमल’ नहीं देखी है, लेकिन मैं हमेशा एक रचनात्मक कलाकार के ‘कला’ के किसी भी रूप में अपनी इच्छा व्यक्त करने के अधिकार की रक्षा करूंगा। एक दर्शक के रूप में हमें अपने सौंदर्यशास्त्र के अनुसार इसे पसंद करने या अस्वीकार करने का अधिकार है! लेकिन हम सभी के लिए ‘जियो और जीने दो’ की नीति के साथ-साथ सह-अस्तित्व रखना महत्वपूर्ण है!! कोई भी आपको कुछ भी देखने या सुनने के लिए बाध्य नहीं कर रहा है; इसी तरह दूसरों पर अपनी राय न थोपें, खासकर तब जब वे लोग कोई कल्पना प्रस्तुत कर रहे हों!! यह बस एक फिल्म है!!!!!’