नई दिल्ली: सार्वजनिक क्षेत्र के ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने बचत खातों पर ब्याज दर में 5 आधार अंकों की कमी की है। बचत बैंक जमा पर लागू नई दर अब 15 अक्टूबर से 2.7 प्रतिशत प्रभावी है। भारतीय स्टेट बैंक ने कहा कि नई बचत दरें 10 करोड़ रुपये से कम की शेष राशि पर लागू हैं। बैंक पहले इन जमाओं पर 2.75 फीसदी सालाना ब्याज देता था।
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हालांकि, बैंक ने 10 करोड़ रुपये और उससे अधिक के बचत खाते की शेष राशि पर जमा दरों को 2.75 प्रतिशत से बढ़ाकर 3 प्रतिशत प्रति वर्ष कर दिया। भारतीय स्टेट बैंक के 4 करोड़ से अधिक ग्राहक हैं और इनमें से अधिकांश ग्राहक 10 करोड़ से कम की बचत जमा पर ब्याज दरों में कमी के कारण प्रभावित होंगे।
हालांकि, यह अलग और बड़ी बात है कि एसबीआई ने हाल ही में सभी अवधियों के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट में ब्याज दरों में वृद्धि की है। एसबीआई की वेबसाइट के मुताबिक नई दरें 15 अक्टूबर 2022 से प्रभावी हैं। बैंक ने फिक्स्ड डिपॉजिट पर सभी अवधि के लिए ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है। ग्राहक 3% से 5.85% के बीच ब्याज दरें प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा, वरिष्ठ नागरिकों को सामान्य ब्याज दर पर अतिरिक्त ब्याज मिलेगा।
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बैंक अब तीन साल से पांच साल से कम की मैच्योरिटी वाली जमाओं पर 5.8 फीसदी की दर से ब्याज देता है, जबकि वरिष्ठ नागरिकों को 6.3 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा। बैंक ने आम जनता के लिए पांच साल या उससे अधिक की परिपक्वता वाले ऋणों के लिए ब्याज दर को 5.65 प्रतिशत से बढ़ाकर 5.85 प्रतिशत और वरिष्ठ नागरिकों के लिए 6.45 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.65 प्रतिशत कर दिया।
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