इंद्रजीत सिंह, मुंबई: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में लक्जरी और बड़े घरों की मांग बढ़ रही है। इसका अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि इस महीने मुंबई में 7894 घर बिके हैं और सरकार को प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन से 659 करोड रुपए की कमाई हुई है। हालांकि, भवन निर्माताओं के लिए चिंता की बात है कि रेपो रेट में लगातार चौथी बार बढ़ोतरी हुई है। इससे होम लोन लगातार महंगा होता जा रहा है इसका असर लग्जरी खरीददारों पर तो कम पड़ेगा, लेकिन मध्यम वर्ग इससे जरूर प्रभावित होगा और साथ ही प्रॉपर्टी की मांग घट सकती है।
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आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास का कहना है कि दुनिया भर में अनिश्चितता का माहौल है और जिस तरह से लगातार महंगाई बढ़ रही है उस को कंट्रोल करने के लिए रेपो रेट का बढ़ाना जरूरी हो गया था।
नाहर ग्रुप की वाइस चेयरमैन, मंजू याग्निक ने कहा, ‘सितंबर महीना बिल्डरों के लिए काफी अच्छा रहा है। मुंबई में इस महीने रिकॉर्ड घरों की बिक्री हुई है जो घर बिके हैं उनमें ज्यादातर लग्जरी रहे हैं। यही कारण है कि इस बार सरकार को प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन से रिकॉर्ड कमाई हुई है। इस महीने मुंबई में 7894 घर बिके हैं और सरकार को प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन से 659 करोड रुपए की कमाई हुई है जो कि पिछले साल के इसी महिने के मुकाबले 130 करोड़ ज्यादा है लेकिन चिंता इस बात की है रेपो रेट में बढ़ोतरी हुई है जिसका सीधा असर होम लोन के ब्याज दर पर पड़ेगा और छोटे घर खरीददारों के लिए मुश्किल हो सकती है।’
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NAREDCO महाराष्ट्र के प्रेसिडेंट संदीप रूनवाल ने कहा, ‘हालांकि लग्जरी भवन निर्माताओं का मानना है कि इसका असर बहुत ज्यादा नहीं पड़ेगा क्योंकि कोरोना संकट के समय लोगों ने अपने घर की कमी महसूस की यही कारण है कि कोरोना का संकट ढलते ही सबसे ज्यादा लोग घर खरीद रहे हैं। हां छोटे घर खरीददारों को इसका असर थोड़ा जरूर पड़ेगा।’
दरअसल बेकाबू महंगाई को देखते हुए आरबीआई ने रेपो रेट बढ़ाया है लेकिन गवर्नर शक्तिकांत दास ने ये भी कहा कि भारत की जीडीपी ग्रोथ आज भी सबसे बेहतर है। निवेश में भी बढ़ोतरी हो रही है। देश के पास पर्याप्त फॉरेक्स रिजर्व बना हुआ है। डॉलर की मजबूती की वजह से दुनिया भर की करेंसी पर दबाव बना हुआ है।
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