Neobanking: डिटिजलकरण के इस दौर में हर रोज नए तकनीकी बदलाव हो रहे हैं , जो हमारे दैनिक जीवन को और भी सरल और सुगम बना रहे हैं। ऐसे में बैंकिंग क्षेत्र में भी कई क्रांतिकारी बदलाव आए, जिनमें नियोबैंकिंग आज सबसे मत्वपूर्ण और वक़्त की मांग बन चुका है। वो दिन गए जब बैंकिंग के कागज़ी काम, पैसों को जमा या निवेश संबंधी जैसे कामों के लिए बैंको में लम्बी कतार में खड़ा रहना पड़ता था और कई बार तो कई दिनों तक चक्कर लगाना पड़ता था, जिसमें कई सारी औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए काफी सारे कागज़ात लगते थे।
इसी तरह दिक्कतों से लोगों को निजात दिलाने और बैंकिंग को नियोबैंकिंग के जरिये और भी सुगम बनाने लिए भूराराम बेनीवाल ने वीणा उठाया है। ‘Hitonpay Lifecare’, जो भारत की सबसे बड़ी ‘नियोबैंकिंग’ प्लेटफार्म में से एक है। ये प्लेटफार्म अपनी ग्राहकों और हर वर्ग के व्यापारियों को फुल स्टैक बैंकिंग सेवा प्रदान करती है। इस प्रकार की पेमेंट गेटवे सर्विसेज प्रदान करने का मुख्य लक्ष्य बैंकिंग को सुगम बनाना और बेहतरीन अनुभव प्रदान करने का है।
पेमेंट गेटवे नेटवर्क
पेमेंट गेटवे नेटवर्क पर मोबाइल बैंकिंग ऑप्शन, सेविंग अकाउंट सर्विस,पर्सनल सेविंग और सिक्योर पेमेंट जैसी सुविधा प्रदान की जाती है। इसके अलावा कंपनी पेमेंट प्रोसेसिंग और इनफार्मेशन सर्विस में ऑनलाइन सुरक्षा के साथ उत्कृष्ट सहायता प्रदान करती है जो उन्हें अपने फंड को आसानी से एक्सेस करने में सुविधा देती है।
पेशे से सॉफ्टवेयर डेवलपर और ट्रेडर रहे बेनीवाल बैंकिंग के क्षेत्र में ‘नियोबैंकिग’ की अहमियत को समझते हुए इसे और आसान बनाने के लिए नौकरी छोड़ दी और कंपनी की शुरुआत की। जो आज अपनी विशेष सुविधाओं के साथ नियोबैंकिंग के क्षेत्र में आम लोगों की जरूरत बनकर उभरा है।
Neobanking की खास बात
नियोबैंकिंग के संचालन में खास बात ये होती है कि इसे चलाने के लिए किसी बिल्डिंग या ऑफिस की जरुरत नहीं होती, ये पूरी तरह वर्चुअल आधारित होता है जिससे कंपनी को सर्विसेज, मैनेजमेंट, मेंटेनेंस और ऑपरेशन में काफी पैसे की बचत होती है। जिसका इस्तेमाल कंपनी अपने ग्राहकों को विशेष सुविधा और सेवा देने में करती हैं जिस कारण ग्राहकों को अब बैंकिंग सेवा का लाभ ज्यादा बेहतर तरीके से मिल रहा है। कंपनी द्वारा लांच किये गए नए पेमेंट गेटवे द्वारा ग्राहक विशेष फीचर्स जैसे इन्वेस्टमेंट पर हाई रिटर्न, निःशुल्क एटीएम सेवा, मिनिमम बैलेंस से छूट, नो ओवरड्राफ्ट, ग्लोबली एक्सेप्टेड क्रेडिट कार्ड की उपलब्धता जैसे फीचर्स का लाभ उठा सकते हैं।
Neobanking क्या है?
नियोबैंक केवल डिजिटल बैंकिंग प्लेटफॉर्म हैं जो पूरी तरह से ऑनलाइन काम करते हैं। सीधे शब्दों में कहें तो उनकी कोई भौतिक उपस्थिति नहीं होती है। ग्राहकों के लिए, पारंपरिक बैंकों में लेनदेन के लिए बहुत समय और प्रयास की आवश्यकता हो सकती है। नियोबैंक पारंपरिक बैंकिंग के शीर्ष पर एक अनुभवात्मक, डिजिटल परत लाकर एक सहज ऑनलाइन अनुभव का वादा करता है। अपने तकनीकी-संचालित स्वभाव के कारण, ग्राहक स्वयं खाते बना सकते हैं और अपने प्रसाद का उपयोग परेशानी मुक्त कर सकते हैं।
चूंकि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) अभी तक पूरी तरह से डिजिटल बैंकिंग प्रतिष्ठानों की अनुमति नहीं देता है, देश में नियोबैंक अपनी कुछ प्रमुख सेवाओं को देने के लिए भौतिक बैंकों के साथ साझेदारी का उपयोग करते हैं।