Budget 2023: संसद का बजट सत्र शुरू हो चुका है। बुधवार को देश का अगला आम बजट पेश होगा। यह मोदी सरकार 2.0 का आखिरी पूर्ण बजट है। 2024 में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में उम्मीद है कि मोदी सरकार आयकर की सीमा में बदलाव कर सकती है। आखिरी बार 2014 में आयकर सीमा (Income Tax Slab) में बदलाव किया गया था। तब दो लाख की लिमिट को ढाई लाख किया गया था।
बुधवार यानी एक फरवरी को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 2023-24 के लिए बजट पेश करेंगी। टैक्स देने वाले सरकार से यही उम्मीद लगाए बैठे हैं कि उन्हें राहत मिलेगी।
और पढ़िए – थोड़ी देर में बजट पेश करेंगी निर्मला सीतारमण, संसद में लाई गईं कॉपियां
ढाई लाख तक कोई टैक्स नहीं
वित्तीय वर्ष 2021-22 के मुताबिक, अगर किसी की कमाई ढाई लाख रुपए सालाना से कम है तो उसे कोई टैक्स नहीं देना पड़ता है। वहीं, ढाई लाख से 5 लाख रुपए सालाना तक की कमाई पर 5 फीसदी टैक्स देना पड़ता है। फिर 5 लाख से 7.5 लाख पर 10 फीसदी, 7.5 लाख से 10 लाख रुपए की आय पर 15 फीसदी, 10 लाख से 12.5 लाख रुपए की आय पर 20 फीसदी और 12.5 लाख से 15 लाख तक की आय पर 25 फीसदी और 15 लाख से ऊपर की कमाई करने वालों पर पहले की तरह 30 फीसदी टैक्स लगता है। देश लगातार बढ़ रही महंगाई से जूझ रहा है। ऐसे में टैक्सपेयर्स को उम्मीद है कि सरकार 5 लाख रुपए तक टैक्स से छूट दे सकती है।
और पढ़िए – वित्त मंत्री ने अपनी ही सरकार के करों को बताया भयानक और फिर बन गए देश के पीएम
देश के विकास की दर 6.8 होने की उम्मीद
संयुक्त राष्ट्र की प्रमुख वित्तीय संस्था IMF (अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष) ने कहा, ”पिछले साल की तुलना में इस साल ग्लोबल इकॉनमी में गिरावट देखने को मिल सकती है। इसका असर भारत पर भी पड़ेगा, लेकिन भारत की ग्रोथ मौजूदा अमेरिका और चीन की ग्रोथ से ज्यादा रहने की संभावना है। IMF की डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर गीता गोपीनाथ ने अनुमान जताया है कि भारत की ग्रोथ साल 2022 के 6.8 प्रतिशत से घटकर 6.1 रह सकती है, जो 2024 में 6.8 प्रतिशत तक जाने की संभावना है। बात करें यदि चीन की तो 2023 में चीन की इकॉनमी ग्रोथ 5.2 रहने की संभावना है। जबकि अमेरिका की अर्थव्यवस्था की ग्रोथ 1. 4 प्रतिशत रहने की संभावना है।
और पढ़िए – बिजनेस से जुड़ी अन्य बड़ी ख़बरें यहां पढ़ें
Edited By
Edited By