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Budget 2023: वित्त मंत्री ने अपनी ही सरकार के करों को बताया भयानक और फिर बन गए देश के पीएम

Budget 2023: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बुधवार को मोदी 2.0 सरकार का आखिरी पूर्ण बजट पेश करेंगी। उम्मीदें ज्यादा हैं, हर साल की तरह। चूंकि यह 2024 के आम चुनावों से पहले आखिरी पूर्ण बजट होगा। निर्मला सीतारमण वेतनभोगियों और छोटे व्यवसायों में लोगों के लिए आयकर राहत की घोषणा कर सकती हैं। हाल […]

Edited By : Nitin Arora | Updated: Feb 1, 2023 11:35
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Budget 2023: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बुधवार को मोदी 2.0 सरकार का आखिरी पूर्ण बजट पेश करेंगी। उम्मीदें ज्यादा हैं, हर साल की तरह। चूंकि यह 2024 के आम चुनावों से पहले आखिरी पूर्ण बजट होगा। निर्मला सीतारमण वेतनभोगियों और छोटे व्यवसायों में लोगों के लिए आयकर राहत की घोषणा कर सकती हैं। हाल के दिनों में मुद्रास्फीति और नौकरियों के संकट के महत्वपूर्ण मुद्दे हैं।

बजट वित्त मंत्री का कार्यक्षेत्र है, लेकिन इसे एक ऐसे दस्तावेज के रूप में देखा जाता है, जिस पर देश के लिए प्रधानमंत्री की आर्थिक दृष्टि की गहरी छाप है। हालांकि, 1968 में इंदिरा गांधी के वित्त मंत्री मोरारजी देसाई ने अपने बजट भाषण में, नए करों और करों को खतरनाक हिस्सा कहा था, जिसको प्लास्टिक सर्जरी की आवश्यकता बताई थी। उनका ये बयान सुर्खियां बटोर गया।

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केंद्रीय वित्त मंत्री अपने काम के लिए सराहना पाएं, ऐसा कम ही देखने को मिलता है। लेकिन यह एक प्रसंग रहा। देसाई ने प्रधान मंत्री पद की महत्वाकांक्षाओं को हवा दी।

देसाई प्रधानमंत्री बने

प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने आपातकाल हटाने और 1977 में चुनाव होने के बाद, देसाई ने कांग्रेस छोड़ दी थी। एक नई राजनीतिक ताकत, जनता पार्टी, अस्तित्व में थी। इसने चुनाव जीता और देसाई प्रधानमंत्री बने। 1989 में इतिहास ने खुद को दोहराया जब प्रधानमंत्री कार्यालय में एक और वित्त मंत्री वीपी सिंह ने एक और गांधी, इस बार राजीव की जगह ली।

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First published on: Jan 31, 2023 05:45 PM

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