---विज्ञापन---

दुनिया

कौन हैं सिस्टर जेनेविएव, जिसने पोप फ्रांसिस के अंतिम संस्कार के लिए तोड़ा प्रोटोकॉल

81 वर्षीय नन, सिस्टर जेनेविएव जीनिग्रोंस ने चुपचाप वेटिकन सिटी प्रोटोकॉल को तोड़ते हुए पोप फ्रांसिस, जो उनके करीबी दोस्त और रोम के कुछ समुदायों के लोग भी सेवा करने में शामिल थे। भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी पोप के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए गई हैं। उन्होंने पोप फ्रांसिस को श्रद्धांजलि भी दी।

Author Edited By : News24 हिंदी Updated: Apr 26, 2025 09:01
Pope Francis
पोप फ्रांसिस

पोप फ्रांसिस सोमवार की सुबह 88 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया। उन्हें आज शनिवार को दफनाया जाएगा। रोम उनके अंतिम संस्कार से पहले बुधवार, सुबह से ही सेंट पीटर्स बेसिलिका में खुले लकड़ी के ताबूत में रखे उनके पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि देने के लिए लोग लाइन में खड़े थे।

आज पोप फ्रांसिस का अंतिम संस्कार

---विज्ञापन---

बता दें कि आज शनिवार को पोप फ्रांसिस को अंतिम विदाई दी जाएगी। हालांकि जिस चीज ने सबका ध्यान खींचा, वह थी कंधे पर हरे रंग का बैग लटकाए एक बुजुर्ग नन। वह चुपचाप पोप के ताबूत के पास पहुंची और एक बेहद निजी पल में, ताबूत के आगे कदम बढ़ाया। वेटिकन प्रार्थना करना और चुपचाप रोना प्रोटोकॉल है।

वह नन कोई और नहीं बल्कि सिस्टर जेनेविएव जीनिंग्रोस थीं। 81 वर्षीय सिस्टर जेनेविएव पोप की सबसे करीबी दोस्तों में से एक थी। किसी ने भी उन्हें बीच में नहीं रोका क्योंकि सभी को उनके और पोप के बीच के गहरी मित्रता के बारे में अच्छी तरह पता था।

---विज्ञापन---

जानें कौन हैं सिस्टर जेनेविएव जीनिग्रोंस

जेनेविएन जीनिग्रोंस रोम में हाशिए पर पड़े लोगों के साथ अपने काम के लिए प्रसिद्ध है। लिटिल सिस्टर्स ऑफ जीसस के आदेश से सिस्टर जेनेविएव ने 56 से ज्यादा सालों तक सबसे वंचित विशेष रूप से ट्रांसजेंडर महिलाओं और ओस्टिया में मेला ग्राउंड वर्कर्स की सेवा करने के लिए समर्पित किया है। जो लाजियो क्षेत्र का एक तटीय इलाका है। वह एक अन्य नन, अन्ना गियाचेटों के साथ कारवां में रहती हैं। जहां वह जिन समुदायों की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहती हैं, उनके रोजाना के जीवन को भी साझा करती है। वह JGBTQ समुदाय के साथ भी मिलकर काम करती है।

ऐसा कहा जाता है कि वंचित लोगों के प्रति अपने समर्पण के जरिए से, वह उनके और पोप के बीच महत्वपूर्ण कड़ी बन गई है। बता दें कि सिस्टर जेनेविएव नियोनी ड्यूकेट की भतीजी है, जो एक फ्रांसीसी नन थीं, जिनका 1977 में अर्जेंटीना में सान्य तानाशाही के दौरान अपहरण कर हत्या कर दी गई थी।

पोप का उपनाम ‘ल एनफेंट टेरिबल’ लेकर भी बुलाते थे लोग

फ्रांसीसी-अर्जेंटीना नन को पोप ने प्यार से ‘ल एनफेंट टेरिबल’ के नाम से पुकारते थे। फ्रांसिस उनकी विद्रोही भावना के लिए, वह पहली बार सन् 2000 में पोप से मिली थी, जब कार्डिनल जॉर्ज मारियो बर्गोग्लियो आर्कबिशप ऑफ स्पेन पोप थे। ब्यूनस आयर्सहर बुधवार को वे लाइन पर पड़े समुदायों के लोगों के समुदायों को वेटिकन के आम दर्शकों के लिए लेकर आती थीं. इन ग्रुपों ने न सिर्फ उनका स्वागत किया बल्कि उन्हें खाने-पीने में भी बुलाया और जरूरत पड़ने पर फाइनेंशियल मदद भी की।

उनकी सिस्टर ने यह भी बताया कि वे उनसे बेहद प्यार करते थे क्योंकि यह पहली बार है. जब ट्रांस और ट्रांसजेंडर लोगों का किसी पोप द्वारा स्वागत किया गया है। उन्होंने उनका धन्यवाद भी किया क्योंकि अंतिम वक्त में एक चर्च में उनसे मिलने आया।

First published on: Apr 26, 2025 09:01 AM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें