Hajj 2024 : इस सप्ताह करीब 20 लाख मुसलमान हज यात्रा कर चुके हैं। लेकिन, भीषण गर्मी ऐसे हजारों लोगों के लिए जानलेवा साबित हुई है जिन्होंने पिछले शुक्रवार को सऊदी अरब के मक्का में स्थित काबा के लिए अपने सफर की शुरुआत की थी। रिपोर्ट्स के अनुसार इस साल हज यात्रा के दौरान अब तक 1000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से लगभग आधे लोगों का रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ था। इसके अलावा हजारों लोगों का इलाज चल रहा है जो लू की चपेट में आ गए हैं। बता दें कि मक्का में तापमान इस समय 49 डिग्री सेल्सियस तक जा रहा है।
Il fait + 50°C à La Mecque, plus de 900 pèlerins du Hajj sont morts. pic.twitter.com/sDeOrKp8hb
---विज्ञापन---— 75 Secondes 🗞️ (@75secondes) June 20, 2024
हज करने के लिए मुसलमानों को सऊदी अरब आने के लिए आधिकारिक अनुमति लेनी होती है। हज के लिए क्षमता से ज्यादा लोगों की संख्या होने की वजह से सऊदी ने इसके लिए कोटा सिस्टम लागू कर रखा है। पहले भी ज्यादा भीड़ और गर्मी की वजह से मक्का में बड़ी समस्याएं सामने आ चुकी हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार इस साल हज यात्रा के दौरान जान गंवाने वाले श्रद्धालुओं में लगभग 658 इजिप्ट यानी मिस्र के हैं। वहीं, भारतीय विदेश मंत्रालय के अनुसार हज करने गए 98 भारतीय मुसलमानों की भी मौत हुई है। साथ ही कई श्रद्धालुओं के लापता होने की बातें भी चल रही हैं।
#WATCH | MEA spokesperson Randhir Jaiswal responds regarding the Hajj pilgrims from India.
This year we have 175,000 Indians who have already visited Hajj. So far we have lost 98 of our citizens. These deaths have happened on account of natural illness, natural causes, chronic… pic.twitter.com/sjyr2bssM7
— DD News (@DDNewslive) June 21, 2024
मां की मौत पर फूट-फूट कर रोया शख्स
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बुधवार को मक्का के मेडिकल कॉम्प्लेक्स में इजिप्ट के एक शख्स को जब अपनी मां की मौत होने का पता चला तो वह फूट-फूट कर रो पड़ा। उसने अपने ट्रैवल एजेंट को फोन लगाया और उससे कहा कि तुमने मेरी मां को मरने के लिए छोड़ दिया। बता दें कि मक्का में पड़ रही भयंकर गर्मी ने हालात बेहद खराब कर दिए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बुधवार को मस्जिद के पास कई लोगों को बेहोश होकर गिरते हुए देखा गया। कई की मौत तक हो गई। बता दें कि हज के दौरान गर्मी से होने वाली मौत के मामले 1400 से दर्ज किए जा रहे हैं।
आने वाले समय में हालात और होंगे गंभीर
सऊदी के अधिकारियों के अनुसार पिछले साल हज के दौरान 2000 से ज्यादा लोग हीट स्ट्रेस का शिकार हुए थे। क्लाइमेट चेंज ने इस खतरे को और गंभीर बना दिया है। 2021 में आई एक स्टडी के अनुसार अगर वैश्विक तापमान में औद्योगीकरण से पहले के तापमान से 2.7 डिग्री फॉरेनहाइट का इजाफा होता है तो हज यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए हीट स्ट्रोक का खतरा पांच गुना बढ़ जाएगा। क्लाइमेट साइंटिस्ट्स का कहना है कि वर्तमान हालात बताते हैं कि आने वाले समय में हज यात्रा के दौरान खतरा और भी गंभीर होने वाला है। इसके लिए तैयार होने की जरूरत है।