Ruth Gottesman Donation 1 Billion Dollar To Medical College: अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में एक बुजुर्ग महिला ने मेडिकल कॉलेज को एक बिलियन डॉलर यानी एक अरब रुपये का दान किया है। इस दान से गरीब स्टूडेंट्स को ट्यूशन फीस नहीं देनी पड़ेगी। उन्हें फ्री में ट्यूशन दिया जाएगा। यह महिला कोई और नहीं, न्यूयॉर्क के अल्बर्ट आइंस्टीन कॉलेज ऑफ मेडिसिन के पूर्व प्रोफेसर और वॉल स्ट्रीट इन्वेस्टर डेविड गॉट्समैन की पत्नी रूथ गॉट्समैन (93) हैं।
26 फरवरी को डोनेशन का किया ऐलान
रूथ गॉट्समैन ने 26 फरवरी को यह ऐलान किया कि वे ब्रोंक्स में मेडिकल कॉलेज को एक बिलियन डॉलर यानी एक अरब रुपये का दान दे रही हैं। इस पर सभी छात्र आश्चर्यचकित हो गए और अपनी जगह पर खड़े होकर ताली बजाने लगे। कुछ स्टूडेंट्स तो रोने भी लगे। गॉट्समैन 55 साल से स्कूल से जुड़ी हुई हैं। वे इसके न्यासी बोर्ड की अध्यक्ष भी हैं।
$1B donation makes New York medical school tuition free and transforms students' lives https://t.co/xO05gI4yG1
— The Associated Press (@AP) February 28, 2024
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अमेरिकी मेडिकल कॉलेज के लिए दिया गया अब तक का सबसे बड़ा दान
अल्बर्ट आइंस्टीन कॉलेज ऑफ मेडिसिन और मोंटेफियोर हेल्थ सिस्टम के प्रमुख संगठन मोंटेफियोर आइंस्टीन के मुताबिक, रूथ गॉट्समैन के द्वारा दिया गया यह डोनेशन किसी भी अमेरिकी मेडिकल स्कूल के लिए दिया गया सबसे बड़ा दान है। यह स्कूल न्यूयॉर्क के सबसे गरीब हिस्से में स्थित है। मौजूदा समय में स्कूल की ट्यूशन फीस 63000 डॉलर प्रति वर्ष है। इससे ग्रेजुएशन कर रहे छात्रों पर कर्ज का बोझ बढ़ जाता है, जिसे चुकाने में कई साल लग जाते हैं। कुछ छात्रों को तो कर्ज के बोझ के चलते स्कूल भी छोड़ना पड़ा है।
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पति की 2022 में हुई मौत
गॉट्समैन के पति डेविड की 2022 में 96 साल की उम्र में मौत हो गई थी। इससे पहले, उन्होंने वॉल स्ट्रीट निवेश हाउस फर्स्ट मैनहट्टन की स्थापना की थी। वे वॉरेन बफेट के बर्कशायर हैथवे के बोर्ड में भी थे। गॉट्समैन ने डोनेशन देने का श्रेय अपने पति को दिया है। उन्होंने कहा कि मैं दान देकर खुद को धन्य महसूस कर रही हूं। यह दान मेरे पति के इन्वेस्टमेंट किए गए पैसे हैं।
स्टूडेंट्स में खुशी की लहर
गॉट्समैन के डोनेशन से स्टूडेंट्स काफी खुश हैं। उनका कहना है कि इससे वे अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं। एक स्टूडेंट ने कहा कि उसका सपना था कि वह फुटपाथ पर रहने वाले लोगों का इलाज कर सके और उन्हें बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मुहैया करा सके।
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