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‘भारत के साथ हम स्थायी शांति चाहते हैं, युद्ध कोई विकल्प नहीं’, पाक PM शहबाज शरीफ

नई दिल्ली: पाकिस्तान के प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ ने कहा है कि पाकिस्तान बातचीत के माध्यम से भारत के साथ स्थायी शांति चाहता है क्योंकि युद्ध किसी भी देश के लिए किसी मुद्दे को हल करने का विकल्प नहीं है। द न्यूज इंटरनेशनल अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के छात्रों के एक प्रतिनिधिमंडल […]

Edited By : Om Pratap | Updated: Aug 22, 2022 15:09
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नई दिल्ली: पाकिस्तान के प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ ने कहा है कि पाकिस्तान बातचीत के माध्यम से भारत के साथ स्थायी शांति चाहता है क्योंकि युद्ध किसी भी देश के लिए किसी मुद्दे को हल करने का विकल्प नहीं है। द न्यूज इंटरनेशनल अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के छात्रों के एक प्रतिनिधिमंडल से बात करते हुए शरीफ ने यह भी कहा कि स्थायी शांति संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के अनुसार कश्मीर मुद्दे के समाधान से जुड़ी है।

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उन्होंने कहा, “पाकिस्तान शांति बनाए रखने का संकल्प लेता है और स्थायी शांति संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के अनुसार कश्मीर मुद्दे के समाधान से जुड़ी है।” रिपोर्ट में उनके हवाले से कहा गया, “हम बातचीत के जरिए भारत के साथ स्थायी शांति चाहते हैं क्योंकि युद्ध किसी भी देश के लिए विकल्प नहीं है।”

शरीफ बोले- भारत-पाक के बीच लोगों की स्थिति में सुधार की प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए

बातचीत के दौरान शरीफ ने कहा कि इस्लामाबाद और नई दिल्ली के बीच व्यापार, अर्थव्यवस्था और अपने लोगों की स्थिति में सुधार के लिए प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस्लामाबाद अपनी सेना पर, अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए खर्च करता है न कि आक्रमण के लिए। पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) कार्यक्रम के बारे में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि देश का आर्थिक संकट हाल के दशकों में राजनीतिक अस्थिरता के साथ-साथ संरचनात्मक समस्याओं से उपजा है।

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पाकिस्तान इन दिनों आर्थिक चुनौतियों का कर रहा है सामना

शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान की स्थापना के बाद से पहले कुछ दशकों में अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों में प्रभावशाली वृद्धि देखी गई। शरीफ ने कहा, “समय के साथ हमने उन क्षेत्रों में बढ़त खो दी, जिनमें हम आगे थे। फोकस, ऊर्जा और नीतिगत कार्रवाई की कमी के कारण राष्ट्रीय उत्पादकता में कमी आई।” बता दें कि नकदी की कमी से जूझ रहा पाकिस्तान उच्च मुद्रास्फीति, घटते विदेशी मुद्रा भंडार, बढ़ते चालू खाते के घाटे और मूल्यह्रास मुद्रा के साथ बढ़ती आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहा है।

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भारत कई बार स्पष्ट कर चुका है- कश्मीर हमारा अभिन्न अंग है

भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध अक्सर कश्मीर मुद्दे और आतंकवाद को लेकर तनावपूर्ण रहे हैं। भारत ने पाकिस्तान से बार-बार कहा है कि जम्मू-कश्मीर हमेशा के लिए हमारा अभिन्न अंग रहेगा। भारत ने कहा है कि वह आतंक, शत्रुता और हिंसा से मुक्त वातावरण में पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी की तरह संबंध चाहता है।

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Om Pratap

Edited By

Manish Shukla

First published on: Aug 21, 2022 04:02 PM
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