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Ballistic Missile: किम जोंग उन फिर बढ़ा रहे टेंशन, सुबह-सुबह एक साथ दागी 10 बैलिस्टिक मिसाइल

Kim Jong Un: कई चेतावनियों के बावजूद नॉर्थ कोरिया के तानाशाह अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि बुधवार सुबह नॉर्थ कोरिया की ओर से एक साथ 10 बैलिस्टिक मिसाइलें दागी गईं हैं। साउथ कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने कहा कि नॉर्थ कोरिया ने पूर्वी […]

Author Published By : Om Pratap Updated: Nov 3, 2022 12:27
Ballistic Missiles of India, Short-Range Ballistic Missiles, Prithvi-II and Agni-I
भारत ने पृथ्वी-2 और अग्नि-1 बैलिस्टिक मिसाइलों का किया सफल परीक्षण। (सांकेतिक तस्वीर)
Kim Jong Un: कई चेतावनियों के बावजूद नॉर्थ कोरिया के तानाशाह अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि बुधवार सुबह नॉर्थ कोरिया की ओर से एक साथ 10 बैलिस्टिक मिसाइलें दागी गईं हैं। साउथ कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने कहा कि नॉर्थ कोरिया ने पूर्वी सागर की ओर मिसाइलें लॉन्च की हैं।
बता दें कि नॉर्थ कोरिया की ओर से ये कदम उस वक्त उठाया गया है जब साउथ कोरिया अमेरिका के साथ मिलकर प्योंयांग में हवाई अभ्यास कर रहा है। सियोल ने बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्चिंग के बाद उल्लुंगडो द्वीप के लिए हवाई हमले की चेतावनी भी जारी की।

साउथ कोरिया ने कहा- बर्दाश्त नहीं करेंगे

साउथ कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने कहा कि हम उत्तर कोरियाई उकसावे को बर्दाश्त नहीं करेंगे। दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया पर अपनी निगरानी बढ़ा दी है।

इससे पहले, 9 अक्टूबर को उत्तर कोरिया ने बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च की थी, जिसके लॉन्च की सूचना जापानी पीएमओ ने दी थी। इससे पहले, उत्तर कोरिया ने अपना सबसे लंबा हथियार परीक्षण किया था। एक परमाणु सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल ने जापान के ऊपर से उड़ान भरी थी जो गुआम और उससे आगे के अमेरिकी प्रशांत क्षेत्र तक पहुंच सकती थी।

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मिसाइलों के लॉन्चिंग के एक दिन बाद उत्तर कोरियाई मीडिया ने कहा था कि मिसाइल लॉन्च का हालिया परीक्षण जानबूझकर किया गया था और किम जोंग उन ने संकेत दिया था कि वह और अधिक उत्तेजक परीक्षण करेंगे।

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उत्तर कोरिया की सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) ने कहा कि मिसाइल परीक्षण अमेरिका और दक्षिण कोरियाई बलों के बीच हालिया नौसैनिक अभ्यास के जवाब में थे। अभ्यास को सैन्य खतरे के रूप में देखते हुए उत्तर कोरिया ने अपने युद्ध प्रतिरोध की जांच और उसमें सुधार करने के लिए परीक्षण का फैसला किया था।

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First published on: Nov 02, 2022 08:19 AM

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