नई दिल्ली: चीन में एक बार फिर से कोविड अपना पैर पसार सकता है। शंघाई के हुआशान अस्पताल में संक्रामक रोगों के केंद्र के निदेशक डॉ. झांग वेनहोंग ने कहा कि जून के अंत तक चीन में कोविड का प्रकोप दिखेगा। हालंकि उन्होंने कहा, आर्थिक गतिविधि और जीवन पर प्रभाव नहीं होना चाहिए। पहले भी चीन ने कोरोना के केस आने के बाद कठोर लॉकडाउन लगया था। जिससे देश की अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई और व्यापक विरोध हुआ।
उन्होंने कहा कि सबसे हालिया वृद्धि में तीन-चौथाई चीनी लोग प्रारंभिक लहर में संक्रमित नहीं थे। चीनी अधिकारियों को सख्त प्रतिबंधों का विचार पसंद नहीं आया। न्यूयॉर्क टाइम्स ने बताया कि बीजिंग आर्थिक विकास और रोजगार सृजन को बढ़ावा देने पर अधिक से अधिक ध्यान केंद्रित कर रहा है।
ये भी पढ़ेंः पाकिस्तान में आत्मघाती हमला, सेना के दो जवानों की मौत, 19 घायल
शिकागो विश्वविद्यालय में राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर डाली यांग ने कहा, “ज्यादातर लोगों ने आखिरी लहर में कोरोना हुआ था। चीन अब कोविड को “क्लास बी” बीमारी मानता है जो कि सबसे जरूरी वर्गीकरण नहीं है।
अप्रैल के बाद से चीन में अधिक कोविड मामले दर्ज किए गए हैं जिसके कारण डॉ. झोंग नानशान ने कहा कि जून के अंत तक चीन में प्रति सप्ताह 65 मिलियन लोग कोविड से संक्रमित हो सकते हैं। चीन ने वायरस के प्रसार को रोकने के लिए कड़े जिरो कोविड नीति को लागू किया। प्रसार को रोकने के लिए सख्त लॉकडाउन, सामूहिक परीक्षण शामिल थे, लेकिन कड़े लॉडाउन ने देश की अर्थव्यवस्था को कमजोर कर दिया, जिसने हाल ही में बड़े पैमाने पर विरोध हुआ।
ये भी पढ़ेंः दुनिया से जुड़ी अन्य बड़ी ख़बरें यहाँ पढ़ें
Edited By