King Charles III Coronation: ब्रिटेन के राजा चार्ल्स तृतीय और रानी कैमिला का वेस्टमिंस्टर एब्बे चर्च में राज्याभिषेक हुआ। ब्रिटेन के शाही परिवार में 70 साल बाद कोई राज्याभिषेक समारोह हुआ है। इससे पहले 1953 में क्वीन एलिजाबेथ को ताज पहनाया गया था, जब वे 27 साल की थीं। चार्ल्स उस वक्त 4 साल के थे, जो अब 74 वर्ष के हैं।
राज्याभिषेक के दौरान किंग चार्ल्स 700 साल पुरानी सेंट एडवर्ड की कुर्सी पर बैठेंगे। भारतीय मूल के ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति ने समारोह में ध्वजवाहकों के जुलूस का नेतृत्व किया। वहीं, किंग चार्ल्स के राज्याभिषेक के लिए लंदन गए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी समारोह में शामिल हुए।
प्रिंस हैरी राज्याभिषेक समारोह में पहुंचे
प्रिंस हैरी शुक्रवार को पत्नी मेघान के बिना समारोह के लिए लंदन पहुंचे। बताया जा रहा है कि समारोह में उनकी कोई औपचारिक भूमिका नहीं होगी। किंग चार्ल्स के छोटे भाई प्रिंस एंड्रयू को भी समारोह में कोई भूमिका नहीं दी गई है। सेक्स स्कैंडल में फंसने के बाद चार्ल्स ने उन्हें शाही परिवार से निकाल दिया था।
#KingCharlesIII coronation ceremony | Travelling in the Diamond Jubilee State Coach, accompanied by The Sovereign’s Escort of Household Cavalry, The King and The Queen arrived at Westminster Abbey for the Coronation Service. The service is underway.
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— ANI (@ANI) May 6, 2023
उधर, राज्याभिषेक का विरोध करने वाले एक राजशाही विरोधी समूह गणतंत्र के छह प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि महारानी एलिजाबेथ का पिछले साल 96 साल की उम्र 8 सितंबर को निधन हो गया था। उनके निधन के बाद चार्ल्स को ब्रिटेन का राजा घोषित किया गया। एलिज़ाबेथ को उनके पिता किंग अल्बर्ट की मृत्यु के बाद भी रानी घोषित किया गया था।
ऐसे होगी किंग चार्ल्स III की ताजपोशी
ताजपोशी के पहले चार्ल्स राजा के रूप में जनता के सामने आएंगे। इस दौरान वे सिंहासन के सामने खड़े होंगे। आर्कबिशप उनके राज्याभिषेक की घोषणा करेंगे। इसके बाद राज्याभिषेक में शामिल लोग ‘गॉड सेव द किंग’ कहेंगे।
शपथ से पहले आर्कबिशप सभी धर्मों के लोगों को संबोधित करेंगे। वे कहेंगे कि इंग्लैंड का चर्च एक ऐसे वातावरण को बढ़ावा देता है जिसमें सभी धर्मों के लोगों का समान रूप से सम्मान किया जाता है। इसके बाद चार्ल्स हमेशा कानून का पालन करने और एक वफादार प्रोटेस्टेंट बनने की शपथ लेंगे। इसके बाद वे पवित्र सुसमाचार (ईसाइयों की पवित्र पुस्तक) पर हाथ रखेंगे और वादों को निभाने की शपथ लेंगे।
सिंहासन पर बैठन के बाद पूरी की जाएंगी ये रस्में
राज्याभिषेक के लिए राजा चार्ल्स सिंहासन पर बैठेंगे। इसके बाद आर्चबिशप एक सोने के बर्तन में पवित्र तेल लेंगे और इसे राजा चार्ल्स के हाथों और सिर पर डालेंगे। इस कदम को पूरे समारोह का सबसे पवित्र हिस्सा माना जाता है। इसके बाद
किंग चार्ल्स को सेंट एडवर्ड का ताज पहनाया जाएगा। इसके बाद 2 मिनट तक चर्च की घंटी बजेगी। फिर पूरे ब्रिटेन में तोपों की सलामी दी जाएगी। लंदन के टॉवर पर 62 राउंड की सलामी दी जाएगी। इसके अलावा एडिनबर्ग, कार्डिफ और बेलफास्ट जैसी 11 जगहों से 21 राउंड की सलामी दी जाएगी।
सभी रस्में पूरी होने के बाद किंग चार्ल्स सिंहासन पर बैठेंगे। प्रिंस विलियम उसके सामने घुटने टेकेंगे और उसका हाथ चूमकर उनका सम्मान करेंगे। आर्चबिशप तब लोगों से शाही परिवार और नए राजा के प्रति निष्ठा की शपथ लेने के लिए कहेंगे।
राज्याभिषेक में कौन-कौन शामिल?
समारोह में देश-दुनिया की कई हस्तियां और करीब 200 राजनीतिक नेता, देश के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं। भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भी राज्याभिषेक के लिए आमंत्रित किया गया था, लेकिन वे समारोह में शामिल नहीं होंगी। उनकी जगह उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। इसके अलावा, जापान के क्राउन प्रिंस अकिशिनो और उनकी पत्नी किको से लेकर स्पेन के राजा फेलिप VI और रानी लेटिज़िया तक लगभग 100 राष्ट्राध्यक्षों के भाग लेने की उम्मीद है।
अमेरिका की फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन समारोह में शामिल होंगी। ताजपोशी के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ लंदन पहुंच गए हैं। उनके अलावा यूरोपीय संघ की राष्ट्रपति उर्सुला वॉन डेर लेयेन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ऑस्ट्रेलिया के राष्ट्रपति एंथोनी अल्बनीज भी समारोह में शामिल होंगे।