Khalistan Protest: सैन फ्रांसिस्को में रविवार को हमले के बाद बुधवार को एक बार फिर खालिस्तानी समर्थक भारतीय दूतावास के बाहर पहुंचे। 200 से अधिक की संख्या में यहां पहुंचे खालिस्तानी समर्थकों ने हाथ में झंडे थे। इस दौरान किसी अनहोनी की आशंका के मद्देजनर भारतीय दूतावास के बाहर सैन फ्रांसिस्को पुलिस मौजूद रही। प्रदर्शनकारियों में सभी उम्र के पगड़ीधारी पुरुष शामिल थे जिन्होंने खालिस्तान समर्थक नारे लगाए।
प्रदर्शनकारियों ने अंग्रेजी और पंजाबी दोनों भाषाओं में भारत विरोधी भाषण देने के लिए माइक का इस्तेमाल किया और कथित मानवाधिकारों के उल्लंघन के लिए पंजाब पुलिस पर निशाना साधा। न्यूज एजेंसी ANI के प्रतिनिधि ने जब प्रदर्शनकारियों से बात करने की कोशिश की तब भारतीय मीडिया पर भी हमला बोला और पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी ISI द्वारा समर्थित होने का आरोप लगाया।
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United States | Protesters waving Khalistan flags gathered outside the Indian Consulate in San Francisco on Wednesday amid heightened security presence. The protesters were heavily barricaded across the road with uniformed police officers present on the spot. pic.twitter.com/6MFHUCGToJ
— ANI (@ANI) March 23, 2023
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19 मार्च को खालिस्तानी समर्थकों ने दूतावास पर किया था हमला
बता दें कि रविवार को खालिस्तानी समर्थकों ने सैन फ्रांसिस्को स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमला कर दिया था। हमले के दौरान पुलिस वहां मौजूद नहीं थी जिसका फायदा उठाते हुए खालिस्तानी समर्थकों ने वहां तोड़फोड़ की थी। हमले के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने अमेरिकी सरकार से घटना को लेकर नाराजगी जताई थी।
हमले के दो दिन बाद यानी बुधवार को सैन फ्रांसिस्को में भारत के महावाणिज्य दूत नागेंद्र प्रसाद ने ट्वीट कर कहा कि 19 मार्च को चांसरी बिल्डिंग पर हुए हमले पर चर्चा करने के लिए चीफ स्कॉट से मुलाकात की। इस दौरान वाणिज्य दूतावास परिसर और कर्मियों के लिए सुरक्षा के स्तर को बढ़ाने का अनुरोध किया।
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व्हाइट हाउस के प्रवक्ता ने की थी घटना की निंदा
इस बीच, व्हाइट हाउस राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा है कि सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास में तोड़फोड़ बिल्कुल अस्वीकार्य है और अमेरिका इसकी निंदा करता है। विदेश विभाग की राजनयिक सुरक्षा सेवा स्थानीय अधिकारियों के साथ ठीक से जांच करने के लिए काम कर रही है।
बता दें कि ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के चीफ और खालिस्तानी नेता अमृतपाल सिंह के खिलाफ कार्रवाई के बाद खालिस्तान समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। पिछले कुछ दिनों में ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, कनाडा समेत कई देशों में खालिस्तानी समर्थकों ने भारतीय दूतावासों पर हमला किया है। लंदन में विरोध-प्रदर्शन के दौरान खालिस्तानी समर्थकों ने तिरंगे का अपमान करने की कोशिश की थी। इसी कड़ी में रविवार को सैन फ्रैंसिस्को में भी भारतीय दूतावास पर खालिस्तानियों ने हमला किया था।