Islamic state: अमेरिकी सेना की एक स्पेशल टीम ने उत्तरी सोमालिया में ग्लोबल आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के टॉप अफसर समेत 11 आतंकियों को मार गिराया है। जानकारी के मुताबिक, अमेरिकी हमले में मारे गए इस्लामिक अफसर की पहचान बिलाल अल-सुदानी के रूप में हुई है जो आतंकी संगठन का वित्तीय सहायक था और यहां एक पहाड़ी गुफा परिसर में छिपा था।
अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने एक बयान में कहा, “यह कार्रवाई संयुक्त राज्य अमेरिका और उसके सहयोगियों को और अधिक सुरक्षित बनाती है। उन्होंने ये भी कहा कि ये कार्रवाई अमेरिकियों को देश और विदेश में आतंकवाद के खतरे से बचाने के लिए हमारी दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाती है।” पेंटागन के अधिकारियों ने कहा कि अभियान में कोई भी नागरिक घायल या मारा नहीं गया।
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रक्षा सचिव बोले- पिछले सप्ताह बाइडेन से हुई थी चर्चा
रक्षा सचिव ने बताया कि प्रस्तावित मिशन पर पिछले सप्ताह राष्ट्रपति जो बाइडेन से चर्चा हुई थी। बाइडेन प्रशासन के दो सीनियर अधिकारियों ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि उन्होंने ऑस्टिन और ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष जनरल मार्क मिले के साथ बातचीत के बाद इस सप्ताह ऑपरेशन को अंजाम देने की अंतिम मंजूरी दी थी।
ऑस्टिन ने कहा कि अल-सुदानी कई साल से अमेरिकी खुफिया एजेंसियों के राडार पर था। उसने अफ्रीका में आईएस के संचालन के साथ-साथ अफगानिस्तान में सक्रिय आईएसआईएस-के आतंकवादी शाखा को वित्तपोषित करने में मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
साउथ अफ्रीका में युवाओं की आईएस में की थी भर्ती
अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने पिछले साल आरोप लगाया था कि अल-सुदानी ने एक अन्य आईएस ऑपरेटिव अब्देला हुसैन अबादिग्गा के साथ मिलकर काम किया था, जिसने दक्षिण अफ्रीका में युवकों की भर्ती की थी और उन्हें हथियार प्रशिक्षण शिविर में भेजा था।
दक्षिण अफ्रीका में दो मस्जिदों को नियंत्रित करने वाले अबादिग्गा ने मस्जिदों के सदस्यों से पैसे निकालने के लिए अपनी स्थिति का इस्तेमाल किया। ट्रेजरी के अनुसार, अल-सुदानी अबादिग्गा को एक विश्वसनीय समर्थक मानते थे, जो दक्षिण अफ्रीका में आईएस समर्थकों को बेहतर संगठित होने और नए सदस्यों की भर्ती करने में मदद कर सकता था।