Old Women forced to wait 25 hours in hospital corridor: अस्पताल की बदहाली का जीता जागता उदहारण देखने को मिला है। दरअसल, 86 वर्षीय बुजुर्ग महिला को हार्ट अटैक आया, वह समीप के अस्पताल पहुंची। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें वार्ड के लिए अस्पताल के कॉरिडोर में इंतजार करने के लिए कहा गया। लेकिन ये इंतजार एक या दो घंटे नहीं करीब 25 घंटे तक चला। तंग आकर महिला खुद ही अपनी छुट्टी कराकर घर लौट आईं।
Gran waits 25 hours in hospital corridor after ‘heart attack’ https://t.co/qRqsZNpyeW via @MailOnline
---विज्ञापन---— Molly Brown (@MollyBr79415863) September 23, 2024
एक बेड पर कॉरिडोर में छोड़ दिया
ये पूरा मामला लंदन का है, हार्ट अटैक आने यहां के St Helier Hospital में Maria Bodea पहुंची थी। सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट के अनुसार मारिया को प्राथमिक इलाज तो दिया गया लेकिन फिर उन्हें कमरे में शिफ्ट करने की बजाए डॉक्टरों ने अस्पताल कॉरिडोर में छोड़ दिया। हद तो तब हो गई जब 25 घंटे गुजरने पर भी उन्हें कमरा नहीं दिया गया।
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कॉरिडोर में रही डिस्टरबेंस
मारिया के अनुसार अस्पताल में उनकी कुछ जांच की गईं, फिर दो दिन बाद दोबारा जांच करने की बात कही गई। कॉरिडोर में उनके साथ 20 और मरीज थे। डॉक्टरों से पूछने पर बार-बार उन्हें ये बताया गया कि कमरा खाली नहीं है। कॉरिडोर में उन्हें ठंड लगने पर गर्म कपड़े पहनने की सलाह दी गई। आरोप है कि रात भर वहां लाइट जलती रही। सफाई कर्मचारी या नर्स बार-बार आते-जाते रहे जिससे वह आराम तक नहीं कर सकीं।
तंग आकर खुद करवा ली छुट्टी
मारिया के अनुसार इलाज के लिए और दो दिन रुकने की उनकी हिम्मत नहीं हुई और वह खुद ही शपथपत्र देकर अस्पताल से छुट्टी करवाकर घर चलीं आईं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार लंदन के सभी सरकारी अस्पतालों में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। वहीं, इस बारे में अस्पताल प्रशासन ने खेद जताया है। एक बयान जारी कर अस्पताल प्रशासन ने कहा कि वह अपने मरीजों को इस तरह का अनुभव नहीं देना चाहते हैं। उधर, लोगों का आरोप है कि प्रशासन अस्पताल में सुविधाएं बढ़ाने पर ध्यान नहीं दे रहा है।
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