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चीन ने अमेरिका भेजा भुखमरी फैलाने वाला फंगस, कोरोना से कई गुना है खतरनाक

Fusarium Graminearum: अमेरिका में एक खतरनाक फंगस के साथ चीन के दो वैज्ञानिक पकड़े गए हैं। विशेषज्ञों के अनुसार ये फंगस कोविड से भी ज्यादा खतरनाक है और पूरी दुनिया में भुखमरी ला सकता है। अमेरिका ने पकड़े गए चाइना के दोनों वैज्ञानिकों पर जहरीले फंगस की तस्करी का आरोप लगाया गया है।

Author Written By: News24 हिंदी Author Edited By : Mohit Tiwari Updated: Jun 8, 2025 22:40
Fusarium Graminearum
फसलें चौपट कर देगा ये फंगस Credit- pexels

Fusarium Graminearum: हाल ही में अमेरिका ने दो चीनी वैज्ञानिकों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने एक खतरनाक फंगस Fusarium graminearum, को गैर-कानूनी तरीके से अमेरिका में लाने की कोशिश की है। फ्यूजेरियम ग्रैमिनीरम एक ऐसा फंगस है, जो फसलों को नष्ट कर खाद्य संकट पैदा कर सकता है। वहीं, कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि यह फंगस अमेरिका में पहले से मौजूद है और इसे नियंत्रित किया जा सकता है।

वहीं, ‘चाइना इज गोइंग टू वॉर’ पुस्तक के लेखक गॉर्डन जी. चैंग ने चेतावनी दी है कि अगर अमेरिका ने चीन के साथ रिश्ते खत्म नहीं किए तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। उन्होंने मीडिया से कहा कि है कि चीन इस प्रकार के फंगस से एग्रोटेररिज्म (कृषि आतंकवाद) की कोशिश कर रहा है। इसे रोकने का एकमात्र तरीका चीन से रिश्ते तोड़ना ही है। अगर हमने ऐसा नहीं किया तो हमें एक बड़ा हमला झेलना पड़ सकता है। यह कोविड या फेंटानिल से भी खतरनाक हमला हो सकता है। चैंग ने यह भी कहा कि इस मामले के आरोपियों को ग्वांतानामो बे जैसी जेल में भेज देना चाहिए। इस जेल में शत्रुओं को बिना किसी मुकदमे के अनिश्चितकाल के लिए कैद में रखा जाता है। इस जेल को 9/11 हमलों के बाद बनाया गया था।

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शोध के लिए लाए थे फंगस

FBI के एक आपराधिक शिकायत पत्र के अनुसार 34 साल के चीनी शोधकर्ता जुनयॉन्ग लियू ने जुलाई 2024 में अपनी गर्लफ्रेंड 33 साल की युनकिंग जियान से मिलने के लिए अमेरिका आने के दौरान इस फंगस को डेट्रॉइट मेट्रोपॉलिटन एयरपोर्ट के जरिए लाने की कोशिश की थी। जियान मिशिगन विश्वविद्यालय में एक शोधकर्ता हैं और उन्हें चीनी सरकार से फंडिंग मिली थी। FBI का दावा है कि जियान के गैजेट्स आदि में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के प्रति उनकी वफादारी के सबूत मिले। लियू ने पहले झूठ बोला लेकिन बाद में स्वीकार किया कि वह फंगस को मिशिगन विश्वविद्यालय की लैब में शोध के लिए लाया था।

अमेरिकी न्याय विभाग ने कहा कि Fusarium graminearum एक खतरनाक जैविक रोगजनक है, जिसे वैज्ञानिक एक संभावित एग्रोटेररिज्म हथियार मानते हैं। यह फंगस गेहूं, जौ, मक्का और चावल जैसी फसलों में ‘हेड ब्लाइट’ बीमारी पैदा करता है और हर साल वैश्विक स्तर पर अरबों डॉलर का आर्थिक नुकसान करता है। इससे पूरी दुनिया में भुखमरी फैलाई जा सकती है। हालांकि, कृषि विशेषज्ञों ने इस दावे पर संदेह जताया है। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह फंगस अमेरिका में पहले से ही व्यापक रूप से मौजूद है और खाद्य सुरक्षा के लिए बहुत कम जोखिम पैदा करता है। इसे कवकनाशी, प्रतिरोधी गेहूं की किस्मों, और जांच के जरिए प्रबंधित किया जा सकता है।

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क्या है Fusarium Graminearum?

Fusarium graminearum एक फंगस है, जो गेहूं, जौ, मक्का, चावल और ओट्स जैसी फसलों को निशाना बनाता है। यह Fusarium head blight (FHB) या ‘स्कैब’ नाम की बीमारी पैदा करता है, जिससे फसलों के दाने सिकुड़ जाते हैं, पैदावार कम होती है और अनाज की गुणवत्ता खराब हो जाती है। यह फंगस ठंडी और गीली परिस्थितियों में तेजी से फैलता है और प्रभावित बीजों, फसल के अवशेषों या हवा के जरिए फैल सकता है।

यह फंगस डीऑक्सीनिवालेनॉल (DON), जिसे ‘वॉमिटॉक्सिन’ भी कहा जाता है और जीयरालेनोन जैसे माइकोटॉक्सिन्स पैदा करता है। ये टॉक्सिन्स इंसानों और जानवरों में उल्टी, दस्त, पेट दर्द, बुखार, लीवर डैमेज र प्रजनन संबंधी समस्याएं पैदा कर सकते हैं। अमेरिकी कृषि विभाग के अनुसार यह फंगस अमेरिका में गेहूं और जौ की फसलों को हर साल 1 अरब डॉलर से अधिक का नुकसान पहुंचाता है।

कितना खतरनाक है यह फंगस?

एक रिपोर्ट के मुताबिक 1990 के दशक में अमेरिका में इसकी महामारी ने भारी नुकसान पहुंचाया था, जिससे पैदावार और अनाज की गुणवत्ता पर गंभीर असर पड़ा था। अगर इसे जान-बूझकर फैलाया जाए, तो यह खाद्य आपूर्ति को बाधित कर सकता है, जिससे खाद्य संकट और आर्थिक नुकसान होगा।

यह फंगस ‘वॉमिटॉक्सिन’ जैसे माइकोटॉक्सिन्स पैदा करता है, जो खाद्य श्रृंखला में शामिल होकर इंसानों और पशुओं में गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकता है। ये टॉक्सिन्स उल्टी, लीवर डैमेज, और प्रजनन समस्याएं पैदा कर सकता है।

अमेरिकी न्याय विभाग ने इसे एक संभावित एग्रोटेररिज्म हथियार माना है। अगर इसे जेनेटिकली संशोधित करके कवकनाशी के प्रति प्रतिरोधी बनाया जाए, तो यह और खतरनाक हो सकता है। FBI ने लियू के फोन में ‘प्लांट-पैथोजन वारफेयर अंडर चेंजिंग क्लाइमेट कंडीशंस’ नामक एक लेख पाया, जिसने इसकी मंशा पर संदेह बढ़ाया।

गॉर्डन चैंग जैसे विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटना चीन द्वारा अमेरिका की कृषि और अर्थव्यवस्था को कमजोर करने की साजिश हो सकती है। कोविड-19 के बाद, जहां चीन पर वायरस लीक के इल्ज़ाम लगे, यह मामला और संदेह पैदा करता है।

क्या कहती है शोध?

Fusarium graminearum पर कई दशकों से शोध हो रहा है, क्योंकि यह कृषि के लिए एक बड़ी चुनौती है। यह फंगस ठंडी और गीली परिस्थितियों में तेजी से फैलता है। यह हवा, प्रभावित बीजों या फसल अवशेषों के जरिए फैल सकता है।

शोध बताते हैं कि DON और जीयरालेनोन जैसे माइकोटॉक्सिन्स खाद्य श्रृंखला में शामिल हो सकते हैं। इनका पता लगाने के लिए उन्नत जांच तकनीकें विकसित की गई हैं। वैज्ञानिकों ने कवकनाशी, फसल चक्र, और जेनेटिकली संशोधित फसलों के जरिए इस फंगस को नियंत्रित करने के तरीके खोजे हैं। उदाहरण के लिए, कुछ गेहूं की किस्में बनाई गई हैं जो इस फंगस के प्रति प्रतिरोधी हैं।

कुछ शोधों में यह देखा गया है कि अगर इस फंगस को जेनेटिकली संशोधित किया जाए, तो यह कवकनाशी के प्रति प्रतिरोधी या ज़्यादा आक्रामक हो सकता है। हालांकि ऐसा करना तकनीकी रूप से कठिन है।

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First published on: Jun 08, 2025 08:07 PM

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