Fiji Earthquake: फिजी में मंगलवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) ने रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 6.3 मापी है। बता दें कि फिजी दक्षिण प्रशांत का एक देश है। यह 300 से अधिक द्वीपों का एक द्वीपसमूह है।
NCS ने बताया कि भूकंप सुबह 10 बजकर 01 मिनट पर आया। इसकी गहराई 569 किलोमीटर मापी गई है। एनसीएस ने एक ट्वीट में कहा कि भूकंप से अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
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Earthquake of Magnitude:6.3, Occurred on 18-04-2023, 10:01:43 IST, Lat: -22.42 & Long: 179.26, Depth: 569 Km ,Location: 485km S of Suva, Fiji for more information Download the BhooKamp App https://t.co/hKL3mGIslZ @Indiametdept @ndmaindia @Dr_Mishra1966 @Ravi_MoES pic.twitter.com/PA7VhcIahy
— National Center for Seismology (@NCS_Earthquake) April 18, 2023
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संयुक्त राज्य भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (यूएसजीएस) ने जानकारी दी कि एक सप्ताह के भीतर यह दूसरा भूकंप है। इससे पहले, गुरुवार को फिजी में रिक्टर पैमाने पर 4.3 तीव्रता का भूकंप आया था।
भूकंप के दौरान क्या करें?
- भूकंप आने की स्थिति में हमेशा शांत रहना चाहिए और दूसरों को आश्वस्त करना चाहिए।
- घटना के दौरान, हमेशा सबसे सुरक्षित जगह की तलाश करनी चाहिए। जैसे- खुली जगह, इमारतों से दूर खड़े होना चाहिए।
- घर के अंदर रहने वाले वैसे लोग जो समय रहते नहीं निकल पाते, उन्हें डेस्क, टेबल या बिस्तर के नीचे छिप जाना चाहिए। साथ ही शीशे वाले खिड़कियों से दूर रहना चाहिए।
- शांत रहते हुए इमारत से बाहर जाने की जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए क्योंकि इससे भगदड़ मच सकती है।
- यदि बाहर हैं तो इमारतों और बिजली के तारों से दूर हट जाना चाहिए और चलते वाहनों को तुरंत रोक देना चाहिए।
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कितनी तीव्रता वाला भूकंप कितना खतरनाक
- 0 से 1.9- सिर्फ सिस्मोग्राफी से पता चलेगा।
- 2 से 2.9- हल्के झटके लगते हैं।
- 3 से 3.9- कोई तेज रफ्तार गाड़ी आपके बगल से गुजर जाए, ऐसा असर होता है।
- 4 से 4.9- खिड़कियां हिलने लगती है। दीवारों पर टंगे सामान गिर जाते हैं।
- 5 से 5.9- घरों के अंदर रखे सामान जैसे फर्नीचर आदि हिलने लगते हैं।
- 6 से 6.9- कच्चे मकान और घर गिर जाते हैं। घरों में दरारें पड़ जाती है।
- 7 से 7.9- बिल्डिंग और मकानों को नुकसान होता है। गुजरात के भुज में 2001 और नेपाल में 2015 में इतनी तीव्रता का भूकंप आया था।
- 8 से 8.9- बड़ी इमारतें और पुल धाराशायी हो जाते हैं।
- 9 और उससे ज्यादा- सबसे ज्यादा तबाही। कोई मैदान में खड़ा हो तो उसे भी धरती हिलती हुई दिखेगी। जापान में 2011 में सुनामी के दौरान रिक्टर स्केल पर तीव्रता 9.1 मापी गई थी।