ढाका: श्रीलंका के बाद अब भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश संकटों से घिर गया है। बांग्लादेश में बिजली, गैस और तेल की कीमतों में भारी उछाल के आसार हैं। लोग एकाएक लगे झटके से परेशान हैं। ढाका वॉटर सप्लाई और सीवेज अथॉरिटी ने 25 मई को आवासीय और वाणिज्यिक दोनों उपभोक्ताओं के लिए पानी की कीमत में 5 फीसदी की वृद्धि करने का फैसला किया था। बढ़ी हुई कीमत एक सितंबर से लागू होगी।
बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड ने 18 मई को बिजली की कीमत 117 फीसदी बढ़ाने का प्रस्ताव रखा और बांग्लादेश एनर्जी रेगुलेटरी कमिशन की टेक्निकल इवेलुएसन कमेटी ने 58 फीसदी वृद्धि की सिफारिश की थी। हालांकि अभी इस प्रस्ताव पर फैसला नहीं लिया गया है। बांग्लादेश में बीईआरसी को किसी प्रस्ताव पर फैसला लेने के लिए 90 दिनों का समय होता है।
देश की कई कंपनियों ने बीईआरसी से दाम बढ़ाने का अनुरोध किया था। इसके बाद बीईआरसी ने 5 जून को गैस की कीमत बढ़ाने का फैसला किया। घरेलू उपभोक्ताओं के लिए प्राकृतिक गैस की कीमत में डबल बर्नर के लिए 105 टका और सिंगल बर्नर के लिए 65 टके की बढ़ोतरी की गई। कीमतें 1 जुलाई से लागू हुई हैं। इससे पहले, डबल बर्नर के लिए कीमत 975 टका और सिंगल बर्नर की कीमत 925 टके थी।
इसके पहले सरकार ने पिछले साल नवंबर में डीजल और मिट्टी तेल की कीमतों में 15 टके प्रति लीटर की बढ़ोतरी की थी, जिससे बस किराए में 27 फिसदी की बढ़ोतरी हुई थी। बांग्लादेश में पिछले कुछ महीनों में महंगाई काफी बढ़ी है। साबुन, शैंपू, टूथपेस्ट, डिटर्जेंट और टॉयलेट क्लीनर जैसे घरेलू समानों के दाम महंगे हुए हैं।