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‘रहस्यमयी बीमारी’ पर चीन ने तोड़ी चुप्पी, केंद्र सरकार ने भी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए जारी की गाइडलाइंस

China broke his silence on mysterious disease: चीन ने देशभर में बढ़ती 'रहस्यमयी बीमारी' पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। वहीं केंद्र सरकार ने भी रविवार को राज्य सरकारों के लिए गाइडलाइंस जारी की हैं।

Edited By : Pratyaksh Mishra | Updated: Nov 27, 2023 00:09
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China broke his silence on increasing mysterious disease: चीन में ‘रहस्यमयी बीमारी’ निमोनिया के प्रकोप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) सहित दुनिया को सतर्क कर दिया है। रविवार को ‘रहस्यमयी बीमारी’ के बीच, चीन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने चुप्पी तोड़ते हुए स्थानीय अधिकारियों से बुखार क्लीनिकों की संख्या बढ़ाने के लिए कहा। मंत्रालय ने क्लीनिकों से आवश्यक दवा की आपूर्ति का अच्छा स्टॉक रखने का भी आग्रह किया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के प्रवक्ता मी फेंग ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्लीनिकों की संख्या बढ़ाने, और दवा आपूर्ति की गारंटी पर जोर दिया। फेंग ने कहा, स्कूलों, चाइल्ड केयर इंस्टीट्यूशन और नर्सिंग होम जैसे प्रमुख भीड़-भाड़ वाले स्थानों में महामारी की रोकथाम और लोगों की अनावश्यक यात्राओं को कम करना जरूरी है।

यह भी पढ़ें – China में रहस्यमयी बीमारी पर WHO के 7 सवाल, एहतियात बरतने के लिए India ने बनाया मास्टर प्लान

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देश में सांस संबंधी बीमारियों की अन्य वजह

चीन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया कि देश भर में सांस संबंधी बीमारियों में वृद्धि फ्लू और अन्य ज्ञात रोगजनक(pathogen) बीमारी के कारण हो रही है, न कि किसी नए वायरस के कारण। पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के प्रवक्ता ने कहा कि श्वसन संक्रमण के हालिया समूह इन्फ्लूएंजा वायरस, राइनोवायरस, रेस्पिरेटरी सिंकाइटियल वायरस या आरएसवी, एडेनोवायरस के साथ-साथ बैक्टीरिया जैसे सामान्य वायरस के ओवरलैप के कारण थे।

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केंद्र सरकार ने जारी की गाइडलाइंस

चीन में निमोनिया के मामलों में बढ़ोतरी के बीच केंद्र सरकार ने गाइडलाइंस जारी करते हुए रविवार को राज्य सरकारों से सार्वजनिक स्वास्थ्य और अस्पताल की तैयारियों के उपायों की तुरंत समीक्षा करने को कहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्हें अस्पताल के बिस्तर, इन्फ्लूएंजा के लिए दवाएं और टीके, चिकित्सा ऑक्सीजन, एंटीबायोटिक्स, व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण, परीक्षण किट जैसे चिकित्सा बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए उपाय करने का निर्देश दिया गया है।

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Pratyaksh Mishra

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First published on: Nov 26, 2023 09:47 PM

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