Indian driving license valid country: शाह रुख खान की फिल्म स्वदेस में काम कर चुकीं गायत्री जोशी का बुधवार को इटली में एक्सीडेंट हो गया था। बताया जा रहा है कि हादसे के समय वे खुद अपनी लेंबोर्गिनी कार चला रही थीं। जिनकी कार फेरारी से ओवरटेक करते समय टकरा गई थी। फेरारी सवार दंपती की मौत हादसे में हो गई थी। जिसके बाद अब लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या विदेश में भारतीय लाइसेंस वैलिड है।
यह भी पढ़ें-प्रेम कहानी का ‘खूनी’ अंत; शादीशुदा प्रेमिका कहती थी-मुझसे शादी करो, हद पार हुई तो बेटे के सामने काटी गर्दन
क्या गायत्री के पास इटली का लाइसेंस था। लेकिन आपको बता दें कि इटली में भारतीय लाइसेंस को मान्यता है। यहां आप ड्राइव कर सकते हैं। लेकिन दुनिया में 14 और भी देश हैं, जहां पर भारतीय लाइसेंस वैलिड हैं। आगे उन देशों के बारे में बता रहे हैं, जहां पर आप भारतीय लाइसेंस होने पर ड्राइविंग कर सकते हैं। लेकिन इसके लिए इंटरनेशनल परमिट होना जरूरी होता है।
इन देशों में वैलिड हैं भारतीय लाइसेंस
- सबसे पहले इस लिस्ट में नाम आता है संयुक्त राज्य अमेरिका का। यहां पर भारतीय लाइसेंस होने पर ड्राइव कर सकते हैं। लेकिन ये छूट सिर्फ 1 साल तक रहती है। इसके बाद आपको यहां का रेगुलर लाइसेंस बनवाना होगा।
- दूसरे नंबर पर है ब्रिटेन। यहां भी एक साल की छूट भारतीयों को है। यानी भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस के साथ ब्रिटेन की सड़कों कार को दौड़ाया जा सकता है।
- ऑस्ट्रेलिया में भी भारतीयों को 3 महीने के लिए छूट प्रदान की गई है। इस समय अवधि के बाद वाहन चलाने के लिए लोकल लाइसेंस जरूरी होता है। जो अंग्रेजी में होना चाहिए।
- जर्मनी को ऑटोमोबाइल के लिए मशहूर माना जाता है। यहां भी भारतीय 6 महीने तक खुद के लाइसेंस पर ड्राइव कर सकते हैं। इसके बाद यहां का लोकल लाइसेंस बनवाना जरूरी है।
- न्यूजीलैंड में भारतीय को एक साल की छूट दी गई है। यानी इस समय अवधि में भारतीय लाइसेंस वैलिड है। इसके बाद यहां का लोकल लाइसेंस बनवाना जरूरी होता है।
- स्विट्जरलैंड में भी भारतीय लाइसेंस एक साल तक वैलिड है। इसके बाद लोकल लाइसेंस बनवाना पड़ता है।
- साउथ अफ्रीका में भारतीय लाइसेंस वैलिड है। लेकिन लाइसेंस अंग्रेजी में होना चाहिए। इसके ऊपर फोटो और हस्ताक्षर होने भी जरूरी हैं।
- फ्रांस में एक साल के लिए भारतीय लाइसेंस को ड्राइविंग की छूट है। लेकिन लाइसेंस को फ्रांसीसी भाषा में ट्रांसलेट करवाना जरूरी है।
- कनाडा से आजकल भारत का तनाव चल रहा है। लेकिन यहां पर भारतीय लाइसेंस वैलिड है। दूसरा कोई लाइसेंस जरूरी नहीं होता है।
- सिंगापुर में भारतीय लाइसेंस को एक साल तक की छूट है। इसके बाद लोकल लाइसेंस बनवाना जरूरी होता है।
- फिनलैंड में हेल्थ इंश्योरेंस है, तो एक साल तक भारतीय लोकल लाइसेंस से ड्राइव कर सकते हैं।
- नार्वे में भारतीय लाइसेंस को सिर्फ 3 महीने के लिए वैलिड माना जाता है। इसके बाद लोकल लाइसेंस जरूरी है।
- मॉरीशस में ड्राइविंग को लेकर काफी सख्ती बरती जाती है। यहां सिर्फ एक दिन के लिए भारतीय लाइसेंस वैलिड है। आपको फिर यहां का लाइसेंस बनवाना होता है।
- भारत के पड़ोसी देश भूटान में भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस लागू है। यहां किसी और प्रकार का लाइसेंस भारतीयों को नहीं चाहिए।