पनामा: अमेरिका के शहर मियामी से चिली की राजधानी सैंटियागो की हवाई दूरी हवाई मार्ग से 8 घंटे में तय होती है, लेकिन कुछ ऐसा हुआ कि एक फ्लाइट पूरे दो दिन के बाद अपने डेस्टिनेशन पर लैंड हुई। वाकया बड़ा खतरनाक था। अब आप सोच रहे होंगे कि कोई प्लेन हाईजैक की घटना घटी होगी, लेकिन यहां तो स्थिति उससे भी बदतर थी। इस प्लेन में सफर कर रहे 271 यात्रियों की जान पर उस वक्त बन आई, जब प्लेन के पायलट को हवा में ही दिल का दौरा (Heart Attack) पड़ गया। गनीमत रही कि को-पायलट की सूझ-बूझ के चलते सभी यात्रियों की जाच बच गई।
-
13 अगस्त को मियामी से 271 यात्रियों को लेकर चली LA 505 फ्लाइट 15 अगस्त को पहुुंची चिली की राजधानी सैंटियागो
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 13 अगस्त को दक्षिण अमेरिका की सबसे बड़ी एयरलाइन्स कंपनी लाटम एयरलाइन्स (LATAM Airlines) का एक विमान 271 यात्रियों को लेकर मियामी से उड़ा था। 8 घंटे बाद इसे चिली की राजधानी सैंटियागो में लैंड करना था। सिर्फ 2 घंटे ही बीते थे कि रात लगभग 11 बजे गंभीर कार्डियक अरेस्ट की वजह से सांसत में आया 56 साल का पायलट इवान एंडोर अचानक सीट से उठकर टॉयलेट की तरफ बढ़ा। वहां जाने के बाद वह अचानक गिर गया। इस बात का पता बाद में चला।
पायलट के नहीं लौटने पर हालात को देखते हुए दो को-पायलट्स ने फ्लाइट को पनामा में इमरजेंसी लैंडिंग कराया। इसके तुरंत यात्रियों में शामिल डॉक्टर्स और उनके साथ इसाडोरा नाम की एक नर्स तुरंत मदद के लिए पहुंची। हालांकि क्रू मेंबर्स ने हर संभव कोशिश की, मेडिकल टीम के पास जरूरी दवाएं और उपकरण नहीं होने की वजह से पायलट की जान बचाई नहीं जा सकी। इस बारे में एक न्यूज पेपर में छपी रिपोर्ट के अनुसार एक यात्री ने बताया कि उड़ान के लगभग 40 मिनट बाद ही एक को-पायलट ने विमान में मौजूद सभी डॉक्टर्स से मदद का अनुरोध किया था, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। पायलट अंडॉर के पास 25 साल का अनुभव था।
इसके बाद कई घंटे तक प्लेन पनामा सिटी के टोक्यूमेन अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर ही रुका रहा। पायलट की मौत पर एयरलाइंस ने शोक जताया और फिर यहां से उड़ान भरने के बाद LA 505 नामक यह फ्लाइट 15 अगस्त को सैंटियागो पहुंची। उधर, इस घटनाक्रम के दौरान प्लेन के सभी यात्रियों को पनामा सिटी के होटल्स में ठहराया गया था।
इधर, भारत में इंडिगो के पायलट की भी गई दिल के दौरे से जान
उधर, इसी तरह की एक घटना बीते दिनों भारत में भी घटी है। वाकया उस वक्त का है, जब नागपुर से पुणे जाने वाली फ्लाइट उड़ने को तैयार थी। इस दौरान पायलट 40 वर्षीय कैप्टन मनोज बालासुब्रमण्यम बोर्डिंग गेट के पास जमीन पर गिर गया। एयरपोर्ट के ग्राउंड स्टाफ की मदद से पायलट को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां कार्डियक अरेस्ट की वजह से उसे मृत घोषित कर दिया गया। मनोज तमिलनाडु के निवासी थे।