Rahul Gandhi ED Remark Inside Story: 1 अगस्त की रात को कांग्रेस नेता राहुल गांधी केरल के वायनाड में थे। राहुल आपदा पीड़ितों से मुलाकात करने में व्यस्त थे। तभी अचानक रात को 1:52 बजे राहुल गांधी ने एक्स प्लेटफॉर्म पर ट्वीट शेयर किया। राहुल के ट्वीट से सियासी भूचाल आ गया। राहुल गांधी ने आधी रात को दावा किया की वो ईडी की रडार पर हैं। अब सवाल ये है कि राहुल गांधी को ये जानकारी कहां से मिली? क्या मामला इतना गंभीर था कि राहुल को आधी रात में ट्वीट करना पड़ा? अगले दिन यानी शुक्रवार की सुबह राहुल के दावे पर सियासी संग्राम शुरू हुआ। तो आइए न्यूज 24 के वरिष्ठ पत्रकार संजीव त्रिवेदी से जानते हैं कि राहुल के इस बयान के क्या मायने हैं?
ईडी ने पलटे पुराने पन्ने?
संजीव त्रिवेदी का कहना है कि 2014 से राहुल गांधी और सोनिया गांधी पर पहले से एक केस चल रहा है। ईडी ने 2014 में जांच शुरू की थी। उस दौरान राहुल से 55 घंटे तक पूछताछ हुई थी। वो केस अभी तक लंबित है। इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि आने वाले दिनों में उसी मामले पर कार्रवाई हो सकती है। हालांकि सवाल ये है कि पिछले 10 साल से जो मामला शांत था, अचानक ऐसा क्या हुआ कि फिर से राहुल ईडी के निशाने पर आने लगे?
वायनाड से ध्यान भटकाने की कोशिश?
राहुल गांधी के इन दावों के बाद विपक्ष ईडी को सत्तारूढ़ दल का हथियार बताने में लगा है तो वहीं इस मामले पर सत्तापक्ष का क्या कहना है? बीजेपी के कई नेताओं ने राहुल के ट्वीट पर बेवजह सनसनी फैलाने का आरोप लगाया है। बीजेपी का कहना है कि केरल में इंडिया गठबंधन की सरकार है। ऐसे में वायनाड लैंडस्लाइड से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए राहुल गांधी ने ये ट्वीट किया है। राहुल के इस ट्वीट के और क्या मायने हैं? देखें इस वीडियो में…