कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के बाद अब प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज का भी एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें प्रेमानंद महाराज भक्त के एक सवाल पर जवाब देते हुए दिख रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘ ये लिव-इन रिलेशन क्या है? ये गंदगी का खजाना है। अरे हमारे यहां पवित्रता के लिए जान देदी। जब मुगलों का आक्रमण हुआ महिलाओं ने पवित्रता के लिए मौत को चुना, लेकिन शरीर को नहीं छूने दिया। आज वही बच्चे ये सब कर रहे हैं।’
शादी हमारे देश में पवित्र रिश्ता
उन्होंने आगे कहा, ‘ हमारे देश में अपने पति के लिए प्राण देने की भावना रही है। हमारी जान चाहे चली जाए, लेकिन पति का बाल बांका न हो। आज यहां पतियों के साथ ऐसा व्यवहार हो रहा है। अपनी पत्नियों को प्राण माना गया है। अर्द्धांगिनी माना गया है। आज कहां हमारी ये संस्कृति गई, ये इसीलिए हो रहा है कि पहले से ही आपस में बातचीत हो रही है। हमारे यहां शादी को बहुत पवित्र रिश्ता माना गया है। ब्याह हुआ और फिर पूरे गांव के देवी-देवताओं के दर्शन होते हैं। बुजुर्गों का आशीर्वाद लिया जाता था। फिर वो अपने घर में जाते थे। आज जब पहले से ही बातचीत किए हैं पहले से ही गंदे आचरण किए हुए हैं तो फिर क्या जाने उसे पवित्र धारा को और क्या मानंगे पाणिक ग्रहण को? जिस पति ने पाणिक ग्रहण कर लिया उसके लिए जीवन समर्पित किया जाता है।’
आज बच्चे और बच्चियां पवित्र नहीं
प्रेमानंद महाराज ने आगे कहा, ‘हमारा भारत देश है। हमारा विदेश नहीं आज इसके साथ और उसके साथ रहा जाए। सबसे बड़ी समस्या है कि बच्चे और बच्चियां ही पवित्र नहीं है। वो अगर किसी तरह पवित्र मिल जाए तो भगवान का वरदान समझो। हम कहते हैं कि जो लड़कपन में गलती हो गई, लेकिन शादी के बाद तो सुधर जाओ। ये बड़ा विचित्र समय है।
शादी से पहले कई लड़कों से रिलेशन
उन्होंने आगे कहा, ‘आजकल बच्चे और बच्चियों के चरित्र पवित्र नहीं है। हमारी माताओं और बहनों के पहले रहन-सहन देखो। हम अपनी गांव की बताएं, बुजुर्ग थी और पहनावा मत पूछो। आज बच्चे कैसी पोशाक पहन रहे हैं। आज बच्चियां शादी से पहले एक लड़के से ब्रेकअप होने के बाद दूसरे से रिलेशन रख रही हैं। फिर दूसरे से ब्रेकअप होने के बाद तीसरे से रिलेशन रख रही हैं। रिलेशन ही विचार में बदल रहा है।’
4 पुरुषों की आदत की वजह से अपना पति नहीं भाता
प्रेमानंद महाराज ने आगे कहा, ‘ऐसे में वो कैसे शुद्ध होगा? मान लो हमे चार होटल का खाना खाने की आदत पड़ गई है तो घर की रसोई का भोजन अच्छा नहीं लगेगा। जब किसी बच्ची को 4 पुरुषों से मिलने की आदत पड़ गई हो तो उसमें एक पति को स्वीकार करने की हिम्मत नहीं रह जाएगी। ऐसे ही जो पति चार लड़कियों से रिश्ता रखता है वो अपनी पत्नी से संतुष्ट नहीं रहेगा।’