Hit and Run Case: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) में 31 दिसंबर 2022 की रात को बीटेक के तीन छात्रों को कुचलने वाला 45 वर्षीय आरोपी ठेकेदार को आखिरकार पुलिस ने 17 दिन बाद गिरफ्तार कर ही लिया। पुलिस ने दावा किया है कि वह उस समय नशे में था। एक पार्टी से लौटते समय उससे हादसा हुआ। बता दें कि हादसे के बाद से छात्रा स्वीटी अस्पताल में भर्ती है।
पुलिस ने खंगाले 100 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज
नोएडा पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि घटना (Hit and Run Case) के बाद पुलिस की कुल छह टीमों का गठन किया गया था। इन्होंने 100 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज को खंगाला। 31 दिसंबर की रात को घटना के बाद पुलिस के पास सिर्फ एक लीक मिली थी कि आरोपी की कार सफेद रंग की की। इसके बाद पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक और मैनुअल सर्विलांस की मदद ली।
दो दोस्तों के साथ सड़क से जा रही थी स्वीटी
पुलिस ने बताया कि बिहार की रहने वाली स्वीटी कुमार (22) और उसके दो दोस्त 31 दिसंबर की रात करीब नौ बजे सड़क पर जा रहा थे। तभी पीछे से आई एक सैंट्रो कार ने उन्हें टक्कर मार दी। अस्पताल के अनुसार स्वीटी के दोस्तों (करसोनी और अंगनबा) को मामूली चोटें आई थीं। उन्हें अगले दिन छुट्टी दे दी गई, जबकि स्वीटी की हालत गंभीर थी। शुरुआत में उसे वेंटीलेटर पर रखा गया था, हालांकि अभी वह ठीक है, लेकिन उसके पैर की सर्जरी होनी है।
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थाना बीटा-2:- 31 दिसम्बर की रात अल्फा-2 बस स्टॉप के पास बी.टेक छात्र-छात्रा के साथ हुयी दुर्घटना की घटना का सफल अनावरण, दुर्घटना में प्रयुक्त सेंट्रो कार बरामद व चालक गिरफ्तार।@CP_Noida द्वारा पुलिस टीम को ₹25,000 से पुरस्कृत करने की घोषणा की गई।
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— POLICE COMMISSIONERATE GAUTAM BUDDH NAGAR (@noidapolice) January 15, 2023
पुलिस को मिली तीन गाड़ियों की फुटेज
ग्रेटर नोएडा के अपर उपायुक्त दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि वह अब स्थिर है। अपने परिवार वालों से बात कर रही है। अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान मॉडर्न पब्लिक स्कूल के एक फुटेज में तीन वाहन (एक ऑडी, एक सैंट्रो और एक बलेनो) दिखाई दीं। बलेनो चालक ने घायल छात्रों को अस्पताल पहुंचाने में मदद की थी।
एक गाड़ी पर लिखा था UP16
अधिकारी ने बताया कि वीडियो में देखी गई ऑडी की तलाशी ली गई। उसके चालक ने पुलिस को बताया कि उसने एक सैंट्रो कार देखी थी, जो सफेद थी। लेकिन उसका पूरा नंबर याद नहीं आ रहा था। चालक ने बताया कि वह सिर्फ यूपी 16 (गौतम बौद्ध नगर) नंबर देख पाया था।
पुलिस ने निकाल डाली कुंडली
एडीसीपी सिंह ने बताया कि हमने सफेद सैंट्रो कार का पता लगाना शुरू किया। एक कार मैकेनिक से पुलिस को सूचना मिली कि ऐसी कार के तुगलपुर गांव में एक वर्कशॉप में जाने की जानकारी मिली। इस वाहन का नंबर यूपी 16 एबी 2700 था। इसके मालिक गुलाब सिंह हैं, जो पेशे से एक ठेकेदार है।
कार का टूटा था शीशा, गया था मैकेनिक के पास
पूछताछ के दौरान उसने स्वीकार किया कि वह 31 दिसंबर को एक पार्टी से घर लौट रहा था। वह नशे में था, जब उसने छात्रों को टक्कर मारी। इसके बाद पुलिस अधिकारियों ने वर्कशॉप के मैकेनिक से भी जानकारी की कि कार किस स्थिति में उसके पास आई थी। पुलिस को जानकारी मिली कि कार का शीशा टूटा हुआ था।
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नोएडा कमिश्नर ने दिया टीमों को 25 हजार का इनाम
वहीं घटना का खुलासा करने पर नोएडा पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी ने टीमों को 25,000 रुपये का इनाम देने की घोषणा की। बता दें कि नोएडा पुलिस ने स्वीटी के इलाज के खर्च के लिए उसके परिवार को 11 लाख रुपये की मदद दी थी, जिसमें पुलिस कमिश्नर ने 1 लाख रुपये का योगदान दिया था।
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