UP News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के अलीगढ़ (Aligarh) जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक किशोरी की अपहरण के बाद हत्या के आरोप में युवक पिछले 7 साल से जेल में बंद है। चौंकाने वाली बात ये है कि अब पुलिस ने उस लापता लड़की को बरामद कर लिया है।
पुलिस का दावा है कि उसका पति और दो बच्चे भी हैं। पुलिस ने उसे सोमवार को कोर्ट में पेश किया है। घटना पूरे इलाके में चर्चा का मुद्दा बन गई है। वहीं युवक की मां अब पुलिस पुलिस और प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है।
नाम बहलकर रह रही थी हाथरस में
बता दें कि कुछ दिनों पहले गोंडा थाना क्षेत्र के ढाठोली में रामायण कथा के दौरान सुनीता नाम की महिला ने एसएसपी कलानिधि नैथानी से मुलाकात की थी। सुनीता ने बताया कि उसके निर्दोष बेटे विष्णु को गांव की एक किशोरी के अपहरण और हत्या के जुर्म में जेल भेजा गया है। सुनीता ने बताया कि लड़की जिंदा है और शादी करके हाथरस में रह रही है।
यह बात सुनते ही एसएसपी कलानिधि हैरान रह गईं। उन्होंने तत्काल थाना गोंडा प्रभारी को घटना की गंभीरता से जांच के निर्देश दिए। इस मामले में गोंडा थाना प्रभारी इंस्पेक्टर उमेश शर्मा ने बताया कि सच को सामने लाया जा रहा है।
आगरा में अज्ञात लाश को बेटी का शव समझा
रिपोर्ट के मुताबिक 17 फरवरी 2015 को 10वीं में पढ़ने वाली एक छात्रा की गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी। इस मामले में गांव की ही एक विधवा के इकलौते बेटे विष्णु पर संदेह जताया गया। हालांकि कई माह तक पड़ताल के बाद किशोरी का सुराग नहीं मिला। कुछ समय बाद आगरा में एक किशोरी की लाश मिली।
कपड़ों के आधार पर गोंडा निवासी पिता ने उसकी पहचान अपनी बेटी के रूप में की। विष्णु पर हत्या का आरोप लगा दिया। पुलिस ने इन्हीं आरोपों के आधार पर 25 सितंबर 2015 को चार्जशीट दायर करते हुए विष्णु को जेल भेज दिया गया। मामला कोर्ट में चला।
युवक के परिवार ने की लड़की की खोज
कुछ दिनों के लिए विष्णु जमानत से बाहर आया, लेकिन कोर्ट में मुकदमे का ट्रायल होने पर उसे फिर से जेल भेजा गया। इसी बीच विष्णु के परिवार ने गायब किशोरी की जानकारी जुटानी शुरू किया तो उनकी खोज सफल हो गई। लड़की के जिंदा होने का पता चल गया।