UP News: उत्तर प्रदेश के बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में भूभौतिकी के सहायक प्रोफेसर (वैज्ञानिक) रोहतास कुमार (40) गुरुवार को विवि कैंपस में स्थित अपने घर में मृत पाए गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
परिवार वालों को मामले की सूचना देकर जांच शुरू की। अब रिपोर्ट में सामने आया है कि सोते समय उन्हें ब्रेन हैमरेज हुआ था, जिसके कारण उनके दिमाग की नसें फट गईं और मौत हो गई।
बीएचयू कैंपस में अकेले रहते थे
एक स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बीएचयू कैंपस स्थित टीचर्स अपार्टमेंट में रोहतास अकेले रहते थे। एक सप्ताह पहले उसकी पत्नी उससे मिलने आई थी। आसपास रहने वाले लोगों के अनुसार, रोहतास को आखिरी बार गुरुवार सुबह करीब 8 बजे घर का कूड़ा फेंकते देखा गया था।
फोन नहीं उठाने पर घर पहुंचे दोस्त
घटना का पता तब चला, जब कई लोगों ने उन्हें फोन किए, लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद उनके कुछ साथी और मित्र उनके घर पर पहुंचे। घर का मुख्य गेट अंदर से बंद था। मामले की जानकारी बीएचयू प्रॉक्टोरियल बोर्ड को दी गई। सुरक्षा गार्डों ने दरवाजा तोड़ा तो रोहतास कमरे में बिस्तर पर पड़े मिले।
उनकी बिल्डिंग में रहने वाले एक डॉक्टर ने की जांच
उसी बिल्डिंग में रहने वाले एक डॉक्टर को उसकी जांच के लिए बुलाया गया। बाद में उन्हें सर सुंदरलाल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उसके शव को बीएचयू के शवगृह में रखवाया गया। एक स्थानीय रिपोर्ट में कहा गया है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट हुआ है। कहा गया है कि रात को सोते समय उन्हें ब्रेन हैमरेज हुआ था।
हरियाणा के करनाल के रहने वाले थे रोहतास
बता दें कि रोहतास बीएचयू के भूभौतिकी विभाग में भूकंप वैज्ञानिक थे। वह हरियाणा के करनाल के रहने वाले थे। उन्होंने बीएचयू से पीएचडी की थी और वर्ष 2013 तक आईआईटी-रुड़की में शोधकर्ता के रूप में काम किया था। वर्ष 2016 में बीएचयू के भूभौतिकी विभाग में सहायक प्रोफेसर के पद पर नियुक्त किया गया था। उनकी मौत के बाद परिसर में लोग सदमे में हैं।