Prayag Kumbh Mela : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ होने वाला है, इसको लेकर तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के प्रमुख महंत रवींद्र पुरी ने इस महाकुंभ में दुकान लगाने वालों पर बड़ा बयान दिया है। महंत रवींद्र पुरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ-2025 में गैर-हिंदुओं को दुकानें लगाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
महंत रवींद्र पुरी ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत करते हुए कहा, “हमने कह दिया है कि उन्हें चाय की दुकानें, जूस की दुकानें और फूलों की दुकानें खोलने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। अगर उन्हें ये दुकानें दी गईं, तो वे थूकेंगे और पेशाब करेंगे। इसके बाद हमारे नागा संतों को कार्रवाई करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।” अगर ऐसी कोई घटना होती है और कोई घायल होता है तो इससे दुनिया भर में गलत संदेश जाएगा।
महंत रवींद्र पुरी ने यह भी कहा है कि हमारा मेला सुंदर, स्वच्छ, भव्य, दिव्य और शांतिपूर्ण होना चाहिए। आयोजन की सुरक्षा और पवित्रता बनाए रखने के लिए गैर-हिंदुओं को दूर रखना आवश्यक है। महंत के इस बयान की चर्चा हो रही है। महंत रवींद्र पुरी का यह बयान PM मोदी के साल 2024 के आखिरी मन की बात के बाद आया है।
Prayagraj, UP: When asked whether non-Hindus would be allowed to set up shops, Ravindra Puri, the President of the Akhil Bhartiya Akhada Parishad says, “We have stated that tea shops, juice stalls, and flower shops should not be allowed for them. If they are given these shops,… pic.twitter.com/oY3zJ0pPVc
---विज्ञापन---— IANS (@ians_india) January 1, 2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में “समाज में विभाजन और नफरत की भावना को खत्म करने” का आग्रह किया था, जबकि उन्होंने आगामी कुंभ मेले को विविधता में एकता का एक अनूठा दृश्य बताया था।
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बता दें कि अखिल भारतीय मुस्लिम जमात की तरफ से महाकुंभ के दौरान मेला क्षेत्र में गैर-हिंदुओं को खाने-पीने की दुकानें लगाने से रोकने के अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद (एबीएपी) के प्रस्ताव का विरोध किया था और तर्क दिया था कि इस तरह के कदम से समाज में विभाजन पैदा होगा।