Hathras News: हाथरस में सत्संग के दौरान हुई भयावह घटना में गुरुवार को पहली गिरफ्तारी हुई। जानकारी के अनुसार पुलिस ने 6 सेवादारों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा सत्संग कराने वाले मुख्य सेवादार देवप्रकाश मधुकर के खिलाफ 1 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था। बता दें कि हाथरस जिले में स्वयंभू भोले बाबा के सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई थी और कई घायल हुए थे। बाबा अभी भी फरार चल रहा है।
इस मामले में दर्ज एफआईआर में सत्संग आयोजकों के नाम हैं। बाबा का नाम इसमें शामिल नहीं है। हाथरस के फुलराई गांव में हुआ जानलेवा सत्संग देवप्रकाश मधुकर ने ही आयोजित कराया था जिसके खिलाफ 1 लाख का इनाम घोषित किया गया है। मधुकर मूल रूप से हाथरस के सिकंदराराऊ के दमदमपुरा का रहने वाला है। उसे भोले बाबा का करीबी बताया जाता है। वह पहले भी उसके कार्यक्रम आयोजित करवाता रहा है। बाबा के ठिकानों पर तलाश की जा रही है।
लापरवाही की हदें पार की गईं
बता दें कि इस सत्संग के आयोजन में लापरवाही की सभी हदें पार कर दी गई थीं। कार्यक्रम के लिए 80,000 लोगों के शामिल होने की अनुमति ली गई थी। लेकिन, जब भगदड़ मची तब वहां 2.5 लाख से ज्यादा लोग मौजूद थे। इसके अलावा कार्यक्रम स्थल पर केवल 40 पुलिसकर्मियों की तैनाती होने की बात भी सामने आई है। और तो और कार्यक्रम स्थल पर न तो एंबुलेंस की ही व्यवस्था की गई थी और न ही फायर ब्रिगेड की। एंट्री व एग्जिट पॉइंट्स तक नहीं बनाए गए थे।
‘चरणों की धूल’ बन गई काल
बताया जा रहा है कि भगदड़ तब मची जब बाबा वहां से निकल रहा था। बाबा के भक्त उसके चरणों की धूल को अमृत के समान समझते हैं। इसलिए बाबा के निकलते ही वह वहां की मिट्टी उठाने दौड़ पड़े। रास्ता तंग था और लोग बहुत ज्यादा थे। इसी के चलते भगदड़ मच गई जिसने बड़ी संख्या में लोगों की जान ले ली। रिपोर्ट्स के अनुसान जान गंवाने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं। बता दें कि इस तथाकथित बाबा के खिलाफ यौन शोषण समेत कई केस दर्ज हैं।
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