Greater Noida News: नोएडा एयरपोर्ट के पास यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में उद्योगों की बसावट अब गति पकड़ रही है। लंबे समय तक ठप पड़ी विकास प्रक्रिया अब तेज होती दिखाई दे रही है। वर्तमान में क्षेत्र में करीब 242 औद्योगिक इकाइयों का निर्माण कार्य प्रगति पर है, जिनमें से 82 इकाइयां छत के स्तर तक पहुंच चुकी हैं। अगले एक से डेढ़ साल में उत्पादन शुरू होने की संभावना है। ऐसे में यहां हजारों युवाओं को रोजगार मिलने का मार्ग खुलेगा।
सख्ती लाई असर, निर्माण कार्य में तेजी
यमुना प्राधिकरण द्वारा 2013 में पहली औद्योगिक भूखंड योजना लाने के बाद से अब तक 3000 से अधिक भूखंडों का आवंटन हो चुका है। विडंबना यह रही कि 12 वर्षों में मात्र 15 इकाइयां ही क्रियाशील हो पाई। इस निष्क्रियता पर लगाम कसते हुए प्राधिकरण के सीईओ राकेश कुमार सिंह ने सभी आवंटियों के साथ बैठक कर कार्ययोजना मांगी और निर्माण कार्य शीघ्र शुरू करने का निर्देश दिए। सख्ती और निगरानी का असर यह रहा कि केवल अगस्त माह में 11 नई इकाइयों ने निर्माण शुरू कर दिया।
पंजीकरण की प्रक्रिया भी तेज
अब तक 15 इकाइयों में से 8 इकाइयों ने उद्योग अधिनियम के तहत अपना पंजीकरण करवा लिया है। जुलाई में यह संख्या केवल 3 थी, जिससे यह स्पष्ट है कि अब कंपनियां न केवल निर्माण में बल्कि कानूनी प्रक्रिया में भी सक्रियता दिखा रही हैं।
रोजगार की संभावना से युवाओं में उत्साह
विशेषज्ञों की मानें तो निर्माणाधीन इकाइयों के चालू होने के बाद हजारों प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष नौकरियों के अवसर पैदा होंगे। इससे न केवल यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियों को बल मिलेगा बल्कि आसपास के क्षेत्र की आर्थिक स्थिति में भी सुधार आएगा।
क्या बोले सीईओ?
यमुना प्राधिकरण के सीईओ राकेश कुमार सिंह ने बताया कि हमारा उद्देश्य सिर्फ भूखंड आवंटन तक सीमित नहीं है बल्कि हम चाहते है कि ये इकाइयां जल्दी से जल्दी चालू हों और रोजगार सृजन करें। सभी आवंटियों से कार्ययोजना मांगी गई है और उन्हें हर संभव सहयोग भी दिया जा रहा है।
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