Ayodhya Diwali 2025: मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की नगरी अयोध्या एकबार फिर दिपावली के लिए सज रही है. इस साल दीपोत्सव में एक नया रिकॉर्ड दर्ज करने की पूरी तैयारी की जा रही है. भव्य उत्सव के लिए रामनगरी सज चुकी है. अयोध्या में इस बार 26 लाख दीये जलाने की तैयारियां की जा रही है. इसके लिए 29 लाख दीयों को लगाया गया है.
बता दें कि पूरे अयोध्या में दीपोत्सव की धूम है. शहर में भगवान राम के जीवन पर आधारित झांकियां निकाली गई है. बड़ी संख्या में पर्यटकों और श्रद्धालुओं का सैलाब यहां दिवाली मनाने पहुंच सकता है. इतना ही नहीं इस वर्ष अयोध्या में दिवाली के पर्व के लिए भारी संख्या में विदेशी सैलानी भी आने वाले हैं.
राम की पैड़ी पर 29 लाख 25 हजार 51 दिए बिछाए गए हैं. 26 लाख 11 हजार 101 दिए जला कर विश्व रिकॉर्ड बनेगा. इन दीपकों को 33000 वॉलिंटियर बिछा रहे है.
दीपोत्सव कार्यक्रम का पूरा शेड्यूल
इस कार्यक्रम की शुरुआत प्रातः 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक होने वाली शोभा यात्रा से हो चुकी है जिसमें प्रभु श्रीराम के आगमन का दिव्य दृश्यांकन करती आकर्षक झांकियां मुख्य आकर्षण रही. इसके बाद दोपहर 3:10 से 3:30 बजे तक प्रभु श्रीराम का प्रतीकात्मक राज्याभिषेक समारोह संपन्न होगा, जो भक्तिभाव से भरा होगा.
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संध्याकाल में शाम 5:50 से 6:15 बजे तक राम की पैड़ी पर विश्व रिकॉर्ड लक्ष्य के तहत 26 लाख से अधिक दीये एक साथ प्रज्वलित किए जाएंगे. यह दृश्य अयोध्या की आध्यात्मिक आभा को चरम पर पहुंचा देगा. इसके पश्चात 6:15 से 6:45 बजे तक 3D प्रोजेक्शन मैपिंग, लेजर शो और ड्रोन शो के माध्यम से महाकाव्य रामायण का अद्भुत चित्रांकन किया जाएगा.
अंत में सायं 7:25 से 8:45 बजे तक रामकथा पार्क में विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे, जिनमें रामलीला मंचन, भजन संध्या और विजेताओं का सम्मान समारोह शामिल रहेगा. यह दीपोत्सव श्रद्धा, संस्कृति और भक्ति का अद्वितीय संगम बनकर इतिहास रचेगा.
कब हुई थी दीपोत्सव की शुरुआत?
अयोध्या में दीपोत्सव की शुरुआत साल 2017 से हुई थी. सीएम योगी ही इस उत्सव के प्रेरणास्त्रोत थे. उस वर्ष अयोध्या में सिर्फ 1.71 लाख दीये जलाए गए थे. इस बार ये दीपोत्सव का 9वां संस्करण है. दीये जलाने की संख्या अब बढ़कर 26 लाख पहुंचने वाली है. ये वृद्धि लगभग 15% की बढ़त दिखाती है. हालांकि, इस तर्ज पर दीपोत्सव अब देश के कई अन्य राज्यों में भी मनाया जाने लगा है. शनिवार को राजधानी दिल्ली में सीएम रेखा गुप्ता ने इसकी शुरुआत की. शुक्रवार को महाराष्ट्र के शिवाजी पार्क में भी दीपोत्सव मनाया गया था.
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