Rajasthan Politics: राजधानी जयपुर में रविवार को बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के नवनियुक्त अध्यक्ष हमीद खान मेवाती के शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया भी मौजूद रहे। इस अवसर पर उपनेता प्रतिपक्ष पूनिया ने कहा कि पार्टी हर व्यक्ति को जाति-धर्म से ऊपर उठकर मौका देती है। इस बार के चुनावों में मुसलमानों को भी टिकट देने पर विचार किया जाएगा। हालांकि उन्होंने कहा कि इस पर अंतिम निर्णय पार्टी संसदीय बोर्ड की ओर से किया जाएगा।
कांग्रेस ने मुसलमानों का वोट बैंक की तरह उपयोग किया
बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस ने आजादी के बाद से लेकर अब तक मुसलमानों का उपयोग वोट बैंक की तरह किया है। उन्होंने कहा कि पिछले 9 वर्षों में जितनी भी योजनाएं आई उनमें किसी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं किया गया। सभी लोगों को योजनाओं का लाभ बराबर मिला है।
उन्होंने विपक्षी पार्टियाें पर निशाना साधते हुए कहा कि लोग कहते थे कि राम मंदिर बन जाएगा कश्मीर में धारा 370 हट जाएगी तो ऐसा हो जाएगा वैसा हो जाएगा। लेकिन आज वहां क्या स्थिति है सभी जानते हैं। एक तरफ जहां हिन्दूओं की आस्था का प्रतीक भव्य राम मंदिर आकार ले रहा है तो दूसरी ओर कश्मीर में रिकाॅर्ड पर्यटक आज घूमने के लिए आ रहे हैं।
आज जयपुर में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा, राजस्थान के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष हमीद खान मेवाती जी के पदभार ग्रहण कार्यक्रम में सम्मिलित होकर शुभकामनाएं दी। pic.twitter.com/n3TLA69m13
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40 सीटों पर मुसलमानों का प्रभाव
वहीं नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि जो गलती प्रदेश के अल्पसंख्यकों ने 2018 में की थी उसे दोहराना नहीं है। इस बार अल्पसंख्सक समुदाय को ऐसी सरकार चुननी है जो उनके लिए काम कर सके। आज मदरसों के आधुनिकीकरण की बात अगर किसी ने की है तो आजादी के 70 साल बाद मोदी सरकार ने की है।
वहीं नवनियुक्त अध्यक्ष हमीद मेवाती ने कहा कि प्रदेश की 40 सीटों पर मुसलमानों का प्रभाव है। हम केंद्रीय नेतृत्व के सामने अपनी मांगे रखेंगे। उन्हाेंने कहा कि पीएम सबका साथ सबका विकास की बात करते हैं तो हमें विश्वास है कि पार्टी इस बार के चुनावों में अच्छी तादाद में टिकट देने का काम करेगी। वहीं दूसरी ओर बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी और संगठन महामंत्री चंद्रशेखर को भी कार्यक्रम में शामिल होना था लेकिन वे किसी अन्य कार्य में व्यस्त होने के कारण नहीं आ सके।
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