Rajasthan Election 2023: भरतपुर में आयोजित लीडरशिप डवलपमेंट मिशन कार्यक्रम में बसेड़ी विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा ने अपनी ही पार्टी पर सवाल उठाए हैं। बैरवा ने कहा कि उदयपुर मंथन में जो संकल्प पारित हुए थे, उसे लागू करना होगा। बैरवा यहीं नहीं रूके उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस नहीं संभली तो गुजरात और बिहार की तरह राजस्थान में भी खो जाएगी।
उदयपुर संकल्प को लागू करे पार्टी
राज्य अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष खिलाड़ी लाल बैरवा ने कहा कि उदयपुर में मंथन के दौरान पार्टी ने संकल्प लिया था कि जो नेता दो बार पदों पर रह चुके हैं, उनकाे हटा देंगे। जो संकल्प पारित किए थे, उसे लागू करना चाहिए। बैरवा ने कहा कि कांग्रेस गुजरात में 21 साल से और बिहार में 18 साल से गायब है।
यदि यही स्थिति रही तो कई छोटी-मोटी पार्टियां आ जाएगी। कांग्रेस का पता भी नहीं चलेगा। उन्होंने वरिष्ठ नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के किसी बड़े नेता ने आज तक ये नहीं कहा कि मुझे पार्टी ने बहुत कुछ दिया है अब मैं कांग्रेस से विदा लेता हूं।
किसी दलित को डिप्टी सीएम बना दीजिए
एससी आयोग के अध्यक्ष ने लीडरशिप पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि जब बड़े पेड़ के पास में छोटे पौधे बड़े होने लगते हैं तो उनको हटाने का काम किया जाता है। यह सब कुछ इसलिए किया जाता है ताकि कोई भी दलित नेता ऊपर नहीं उठ जाए। आज दलित नेताओं को खड़ा करने का वक्त है। अभी भी कुछ समय बचा है। जनजाति में किसी नेता को डिप्टी सीएम बना दीजिए। उदयपुर मंथन को लागू नहीं किया तो नई लीडरशिप कैसे डवलप होगी।