पूर्णिमा यूनिवर्सिटी की ओर से टाई राजस्थान के साथ एमओयू साइन किया गया है। इसके तहत यूनिवर्सिटी के एंटरप्रेन्योर्स को टाई राजस्थान के 160 से अधिक विशेषज्ञों व मेंटर्स की गाइडेंस मिल सकेगी। मंगलवार को यूनिवर्सिटी में आयोजित एक कार्यक्रम में यूनिवर्सिटी के प्रेसीडेंट डॉ. सुरेश चंद्र पाढ़ी व टाई राजस्थान की प्रेसीडेंट डॉ. शीनू झंवर ने यह एमओयू एक्सचेंज किया। इस अवसर पर टाई राजस्थान के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर अरुण पारीक, पूर्णिमा यूनिवर्सिटी के प्रो प्रेसीडेंट डॉ. मनोज गुप्ता, रजिस्ट्रार डॉ. चांदनी कृपलानी, पीयू इन्सेंट के कॉर्डिनेटर प्रतीश रावत और यूनिवर्सिटी के एंटरप्रेन्योर्स व स्टार्टअप्स के फाउंडर्स उपस्थित थे।
इस एमओयू से एंटरप्रेन्योरशिप में रूचि रखने वाले पूर्णिमा यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स टाई के ग्लोबल मेंटरिंग व स्टार्टअप सपोर्ट प्रोग्राम्स में शामिल हो सकेंगे और स्टूडेंट्स व एलुमनीज को टाई राजस्थान के इकोसिस्टम से जुड़े संस्थानों में इंटर्नशिप का मौका मिलेगा। पूर्णिमा यूनिवर्सिटी के स्टार्टअप्स को टाई के रेन व टीआईए जैसे कार्यक्रमों के जरिए एंजेल इन्वेस्टर्स से फंडिंग प्राप्त करने का अवसर भी प्राप्त होगा। दोनों संस्थानों को एक-दूसरे के एक्सपर्ट्स व मेंटर्स का लाभ मिलेगा, जिससे दोनों के जॉइंट प्रोग्राम्स का रास्ता भी खुलेगा।
इस दौरान डॉ. शीनू झंवर ने यंग एंटरप्रेन्योर्स को मोटिवेट करते हुए बताया कि एंटरप्रेन्योरशिप का मतलब सिर्फ स्टार्टअप नहीं होता है। इस सफर में किसी भी नए आइडिया पर काम शुरु करने से पूर्व प्रोपर मार्केट रिसर्च बेहद जरूरी होती है। अंत में पूर्णिमा यूनिवर्सिटी के कुछ एंटरप्रेन्योर्स की ओर से उनके स्टार्टअप्स के बारे में जानकारी दी गई।