Kota Students Suicide: राजस्थान के कोटा में स्टूडेंट की सुसाइड करने का सिलसिला लगातार जारी है। रविवार को 2 छात्रों ने टेस्ट सीरीज में नंबर कम आने से तंग आकर सुसाइड कर लिया। 5 घंटे में 2 छात्रों के सुसाइड के बाद कलेक्टर ने कोचिंग में टेस्ट लेने पर रोक लगा दी है। यह रोक कलेक्टर ने फिलहाल 2 महीने के लिए लगाई है।
एक ने फंदा लगाया तो दूसरे ने कूदकर दी जान
एएसपी भगवत सिंह ने बताया कि रविवार को दोपहर करीब 3 बजे महाराष्ट्र के लातूर निवासी आविष्कार संभाजी कासले (16) ने कोचिंग संस्थान की छठी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। मृतक छात्र तलवंडी में 3 साल से रह रहा था। वह यहां रहकर नीट की तैयारी कर रहा था। रविवार को टेस्ट देने के बाद वह अपने संस्थान की छत पर पहुंचा और सुसाइड कर लिया।
वहीं दूसरी ओर कुन्हाड़ी के लैंडमार्क निवासी आदर्श (18) ने अपने कमरे में फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। वह यहां अपने भाई-बहन के साथ रहता था। आदर्श बिहार के रोहिताश्व जिले का रहने वाला था। वह नीट की तैयारी करने के लिए 4 महीने पहले ही कोटा आया था।
खाने के लिए आवाज लगाई तो हुआ मामले का खुलासा
आदर्श की बहन से मिली जानकारी के अनुसार रविवार को कोचिंग से आने के बाद आदर्श अपने कमरे में चला गया। शाम को 7 बजे जब उसकी बहन ने आवाज लगाई तो कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद दोनों भाई-बहन ने मिलकर दरवाजा तोड़ा तो आदर्श पंखे से लटका मिला। फंदे से उतारकर एमबीएस अस्पताल लेकर पहुंचे जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
वहीं एएसपी ने बताया कि आदर्श के टेस्ट में लगातार नंबर कम आ रहे थे। इसको लेकर वह परेशान था। पुलिस ने बताया कि अभी तक कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
कलेक्टर ने टेस्ट पर लगाई रोक
कोटा के कलेक्टर ओपी बुनकर ने बताया कि अधिकतर संस्थानों में टेस्ट संडे को होते हैं। इसलिए कोचिंग संचालकों को सख्त हिदायत दी गई है कि संडे के दिन कोई टेस्ट ना हो। इसके अलावा कलेक्टर ने आदेश जारी कर कहा कि 2 महीने तक कोई भी संस्थान बच्चों के कोचिंग टेस्ट नहीं लेगा।