जयपुर से केजे श्रीवत्सन् की रिपोर्टः सरकार जनता की भलाई के नाम पर योजनायें तो खूब बनाती है, लेकिन उनका लाभ कितना नज़र आता है यह बड़ा सवाल है। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने भी 10 बड़ी योजनायें बनाकर अलग-अलग वर्गों के लोगों को लाभ देने का दावा किया है। इनमें से 25 लाख रूपये के बीमा वाली चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना भी शामिल है। समूचे राजस्थान के लोगों के लिए बनाई गई इस योजना में निजी और सरकारी अस्पतालों में मरीज अपना इलाज निशुल्क करवा सकते हैं।
लाभार्थी जता रहे सीएम गहलोत का आभार
ये हैं सय्यद तिरंगा उम्र 50 साल। जयपुर के रहने वाले सय्यद तिरंगा दो महीने पहले सड़क दुर्घटना बहुत बुरी तरह से घायल हो गए थे। कोमा में 10 दिनों तक रहना पड़ा। यहां तक की खुद के साथ अपनों को भी पहचानने की शक्ति जाने लगी। आर्थिक क्षमता के अनुसार परिजनों में इलाज के लिए राजस्थान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल SMS में भर्ती करवाया। यहां करीब 1 महीने के इलाज के बाद आज ये पूरी तरह स्वस्थ और तंदुरुस्त है। खुद अपना स्कूटर चलाकार काम पर भी जा रहे हैं। खुद को मिले नए जीवन का ही नतीजा है की सरकार की इस बड़ी योजना को ये अपने जैसे गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए जीवनदायिनी मान रहे हैं।
सय्यद तिरंगा और उनकी पत्नी के चेहरे पर अब इस बात की तसल्ली है की वक़्त रहते इन्होंने राजस्थान सरकार की चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत अपना रजिस्ट्रेशन करवा लिया था। जिसके चलते उन्हें मिले 25 लाख रूपये के स्वास्थ्य बीमा में से 7 लाख रूपये पूरे इलाज पर खर्च भी हो गये। यदि इस योजना का लाभ इनके पास नहीं होता तो उसी कल्पना से ही पूरा परिवार सिहर उठता है।
योजना से लोगों को मिल रहा नया जीवन
अकेले तिरंगा ही नहीं बल्कि बल्कि अब ज़रा इस परिवार को भी देख लीजिये। जयपुर के ही रहने वाले हैं, परिवार में 1 बेटा और तीन बेटियां हैं लेकिन आनुवांशिक बीमारी ने सबको शारीरिक रूप से विकलांग बना दिया है। इनकी परेशानियों को इसी से समझा जा सकता है की इन तीनों में से कोई भी अपने पैरों पर उठकर खड़ा तक नहीं हो सकता। घर की बुजुर्ग महिला अकेले ही जैसे-तैसे इन्हें संभाल रही है। लेकिन इन तीनों के इलाज, दवाईयों के साथ-साथ इनकी बीमारियों से जुड़े सारा इलाज पिछले दो-ढाई सालों से चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत ही हो रहा हैं।