Rajasthan Politics: राजस्थान (Rajasthan) के परबतसर (Parbatsar) में सोमवार को किसान सम्मेलन में पालयट (Sachin Pilot) ने कहा था कि पेपरलीक मामलों (Paper Leak Matter) में दलालों की जगह सरगनाओं को पकड़ना चाहिए। आज उनके इस बयान पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि पेपरलीक में जिनके ऊपर कार्यवाही की वे सरगना ही हैं। उन्होंने कहा कि पेपर लीक में कोई नेता-अफसर शामिल नहीं हैं।
पेपर लीक करने वालों को नहीं छोड़ेंगे
गहलोत ने कहा कि हमारी यही सोच है कि जिसने पेपर लीक (Paper Leak) करने का यह षड्यंत्र किया है, हम उन तक पहुंचे। हम पहुंचे भी हैं। उन्हें आगे भी नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने यह बात चिंतन शिविर (Chintan Shivir) में आने के बाद मीडिया से बात करते हुए कही। गहलोत ने अन्य राज्यों का उदाहरण देते हुए कहा कि कई राज्याें में तो लोग पेपर लीक होने के बाद फर्जी नियुक्तियां भी पा जाते हैं।
अच्छे कामों पर फिर जाता है पानी
सीएम ने कहा कि शिक्षक भर्ती परीक्षा (Teacher Recruitment) में लाखों अभ्यर्थी शामिल हुए थे। हमने उनकी सुविधा के लिए रोडवेज के साथ प्राइवेट बसों में फ्री यात्रा की सुविधा दी। सब व्यवस्थाएँ अच्छी हुई, लेकिन पेपर लीक हो गया। इस कारण एग्जाम कैंसिल करना पड़ा। इस कारण जो अच्छे काम किए, उन पर पानी फिर जाता है।
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विपक्ष कर रहा गुमराह
सीएम ने कहा कि पेपरलीक मामले में कोई अधिकारी नेता शामिल नहीं है। पेपरलीक करने वालों की जो गैंग बनी हुई है, उसकी तह तक हम पहुंचे हैं। गहलोत ने कहा कि तीन लाख से ज्यादा नौकरियाँ देने की हमारी उपलब्धि बहुत बड़ी है। यह उपलब्धि जनता तक नहीं पहुँचे, इसलिए विपक्ष के लोग जनता को गुमराह कर रहे हैं।
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