चंडीगढ़: मुख्यमंत्री भगवंत मान की दूरदर्शी नेतृत्व में पंजाब राज्य पावर कोरर्पोशन लिमटिड( पी. एस. पी. सी. एल.) ने 22 अगस्त, 2022 को अपनी अब तक की सबसे अधिकतम 14,295 मेगावाट की बिजली की मांग को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है, इस तरह पी. एस. पी. सी. एल. ने 29 जून, 2022 को दर्ज की गई 14,207 मेगावाट की पिछली बार की मांग को पछाड़ दिया है।
अप्रैल से अब तक सप्लाई की बिजली में कुल 12.87 प्रतिशत का विस्तार हुआ है, जोकि साल 2021 में 29,452 ऐमयू के मुकाबले 33,242 ऐमयू है।
यह जानकारी देते हुए बिजली मंत्री हरभजन सिंह ई. टी. ओ ने बताया कि अधिक तापमान और धान की बुवाई के शुरू में सिंचाई की अधिक माँग के कारण जून महीने के अंत या जुलाई महीने की शुरुआत के दौरान बिजली की माँग अधिक होती है। परन्तु इस साल पहले के तुलनात्मक आधार पर ख़ुष्क मौसम होने के कारण, राज्य में बिजली की शिखर की मांग अगस्त के अंत तक बरकरार है।
उन्होंने आगे कहा कि अगस्त में 22.8.2022 तक, पी. एस. पी. सी. एल. ने बिजली की मांग में 6.57 फीसद के वृद्धि को सफलतापूर्वक पूरा किया है, भाव पिछले साल इस समय के दौरान 5,927 ऐमयू के मुकाबले 6,316 एम. यू. की मांग पूरी की गई है।
पी. एस. पी. सी. एल. ने अन्य राज्यों से बिजली लेकर और केंद्रीय सैक्टर से 1300 मेगावाट अतिरिक्त बिजली की अलाटमैंट के द्वारा बिजली के अतिरिक्त प्रबंध किये हैं।
पीऐसपीसीऐल ने जून और जुलाई महीने के दौरान, अन्यों राज्यों से 2,836 ऐमयू बिजली का प्रबंध किया है जोकि पिछले साल के 1234 ऐमयू के मुकाबले 130 फीसद अधिक है। उन्होंने कहा कि इस साल उपलब्ध स्रोतों के उचित प्रयोग और जनरेटिंग स्टेशनों से पैदा होने वाली बिजली की नज़दीकी निगरानी से पी. एस. पी. सी. एल. की हाईड्रो जनरेशन 3 फीसदी बढ़ कर पिछले साल के 1664 एम. यू. के मुकाबले 1715 एम. यू. हो गई है।
ज़िक्रयोग्य है कि रणजीत सागर हाईड्रो पावर प्रोजैक्ट ने 22-08-2022 को एक दिन में अधिक से अधिक 149.55 एल. यू बिजली पैदा की है, जोकि इसके शुरू होने की तारीख़ से लेकर 28-08-2019 को इसके पिछले 149.02 एल्यु बिजली उत्पादन को पार कर गई है। उन्होंने कहा कि पी. एस. पी. सी. एल की तरफ से किसी अन्य वर्ग के उपभोक्ताओं पर बिजली कट लगाए बिना खेती ट्यूबवैलों को 8 घंटे बिजली सप्लाई दी जा रही है।